‘‘संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग‘‘
नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर दो चिट्ठी शेयर की।
पोस्ट में जयराम रमेश ने दो पत्र साझा किए हैं, जो लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे हैं। इन पत्रों में एक विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की गई है ताकि पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई युद्धविराम की घोषणा जो पहले वाशिंगटन डीसी से और बाद में भारत व पाकिस्तान की सरकारों द्वारा की गई पर चर्चा हो सके।
मल्लिकार्जुन खड़गे का पत्र (राज्यसभा में विपक्ष के नेता)
दिनांकः 11 मई 2025
प्रिय प्रधानमंत्री जी,
मैं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में, आपसे अनुरोध करता हूँ कि संसद का एक विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए। पहलगाम में हुए आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा के बाद यह बहुत जरूरी है कि दोनों सदनों में इस पर चर्चा हो। हमें यह समझने की जरूरत है कि इन घटनाओं का क्या प्रभाव होगा। पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद वाशिंगटन डीसी से युद्धविराम की घोषणा हुई, जिसमें अमेरिका और बाद में भारत व पाकिस्तान की सरकारें शामिल थीं। लेकिन इसके बाद भी हिंसा और संघर्ष की खबरें आ रही हैं। हमारा मानना है कि इस संकट के समय संसद को एकजुट होकर देश के सामने अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। मैं राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में इस अनुरोध का समर्थन करता हूँ और आशा करता हूँ कि आप इस मांग को स्वीकार करेंगे।
सादर,
मल्लिकार्जुन खड़गे
विपक्ष के नेता, राज्यसभा
राहुल गांधी का पत्र (लोकसभा में विपक्ष के नेता)
दिनांकः 10 मई 2025
प्रिय प्रधानमंत्री जी,
मैं लोकसभा में विपक्ष की ओर से यह अनुरोध दोहराता हूँ कि संसद का एक विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए ताकि पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई युद्धविराम की घोषणा पर विस्तृत चर्चा हो सके।
यह बहुत जरूरी है कि संसद में सभी पक्ष एक साथ आएं और इन मुद्दों पर लोगों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श करें। पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर और अब युद्धविराम की घोषणा, जिसमें पहले वाशिंगटन डीसी और फिर भारत व पाकिस्तान की सरकारों ने हिस्सा लिया, ने कई सवाल खड़े किए हैं। खास तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बयानों ने चिंता बढ़ाई है, जिसमें भारत-पाकिस्तान के बीच तटस्थ स्थान पर बातचीत का जिक्र है।
हमें यह जानना जरूरी है कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक चैनल फिर से खोले जा रहे हैं और इस मामले में तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार किया जा रहा है। मैं उम्मीद करता हूँ कि आप इस मांग को गंभीरता से लेंगे और तुरंत कार्रवाई करेंगे।
सादर,
राहुल गांधी
विपक्ष के नेता, लोकसभा
इन पत्रों में एक विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की गई है ताकि पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई युद्धविराम की घोषणा जो पहले वाशिंगटन डीसी से और बाद में भारत व पाकिस्तान की सरकारों द्वारा की गई पर चर्चा हो सके।
