लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो)। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने साफ किया है कि उनकी पार्टी 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव को ‘इंडिया‘ गठबंधन के घटक दल के रुप में लड़ेगी।
पार्टी के प्रदेश दफ्तर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में श्रीयादव ने मंगलवार को कहा कि भाजपा के सफाए के लिये उनकी पार्टी ‘इंडिया‘ गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों के चलते महंगाई,बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। बिजली महंगी होने जा रही है। यह सरकार महंगाई, बरोजगारी लगातार बढ़ा रही है। दूध उत्पादन तो प्रदेश में हो ही नहीं रहा है, जो मदद काउ मिल्क प्लांट के जरिये सरकार की तरफ से मिलती थी, वो भी बंद कर दी गयी है। उन्होने कहा कि जो लोग किसानों का सामना नहीं कर सकते, वही तो हवाई यात्रा करेंगे। हमारे पहले मुख्यमंत्री हैं जो फसल को हेलीकॉप्टर से देखने निकले थे। बुनकरों के खराब हालात के लिये भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुये उन्होने कहा कि बुनकर कारीगर आर्थिक बदहाली का सामना कर रहे हैं। कम आय होने की वजह से जीवन स्तर में गिरावट आ रही है और वे लोग अपने भविष्य की योजना तक नहीं बना पा रहे हैं। बिचौलियों द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है। बुनकरों की कमाई का बड़ा हिस्सा बिचौलियों के पास चला जाता है। उनके पास काम करने के लिए पूंजी नहीं बचती है। हालत यह हो गई है कि बुनकरों के लिए बनाए कपड़ों के लिए अब कोई खरीददार नहीं मिलता है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि इन लोगों की आर्थिक समस्या का समाधान करने के लिए सरकार को अलग तरह योजनाएं चलानी पड़ेगी। उन्होने कहा “ सपा सरकार आने पर बुनकरों पर हम एक डॉक्यूमेंट तैयार करेंगे जो आने वाले समय में समाजवादी पार्टी के मैनिफेस्टो में शामिल होगा। ”श्रीयादव ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बदतर है। पहले दो इंजन टकरा रहे थे और अब तो डिब्बे भी टकराने लगे हैं। उन्होने कहा “पहले डिप्टी सीएम और आउटगोइंग सीएम के बीच टकराव था, अब तो सब एक-दूसरे से टकरा रहे हैं। कोई कूटा जा रहा है और जो मौजूदा सीएम हैं, वो खुद जा रहे हैं। भाजपा वाले पीडीए को न्याय नही देने दे रहे हैं।’’उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों में प्रोफेसरों का अभाव है। अस्पतालों में मरीजों को दवा के नाम पर कोयले का घोल पिलाया जा रहा है और गलत इंजेक्शन से मौतें हो रही हैं। प्रदेश में बिजली की बढ़ती कीमतों पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में बिजली मंहगी करने की तैयारी चल रही है। प्रदेश में पहले से ही मंहगाई बढ़ रही है। अगर संकट आया तो हम लोग मोबाइल कैसे चार्ज करेंगे।
