बृजेश चतुर्वेदी
छिबरामऊ कोतवाली पुलिस ने लगातार दो दिन भीड़ पर लाठीचार्ज करने के बाद 160 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की है। छिबरामऊ कस्बा चौकी इंचार्ज एसआई राजेश प्रताप सिंह की तहरीर पर पुलिस ने दीपक गुप्ता, आदेश गुप्ता, अतुल पाल, शिवम तिवारी, सतेंद्र, सचिन, आलोक पाल, वैभव, माजिद अंसारी, चंद्रशेखर गुप्ता, मयंक गुप्ता, गोपाल दुबे, संजीव ठाकुर, अमन यादव और ध्रुव गुप्ता के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। जबकि 25 अज्ञात लड़कियों-महिलाओं और 120 अज्ञात पुरुषों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
कस्बा चौकी इंचार्ज राजेश प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि भीड़ ने हाइवे पर रोड जाम कर दिया था। हंगामे और और नारेबाजी से आसपास के दुकानदारों में भय व्याप्त हो गया। समझाने के बाद भी जब भीड़ जाम खोलने को राजी नहीं हुई तो बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान करीब एक घण्टे तक हाइवे पर जाम लगा रहा।
वैश्य समाज के लोगों ने डीएम से की मुलाकात
छिबरामऊ की घटना से आक्रोशित वैश्य समाज के लोगों ने मंगलवार को डीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री से कलक्ट्रेट में मुलाकात की। उन्हें ज्ञापन सौपतें हुए पुलिस की कार्यशैली के बारे में बताया और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही की मांग की है।
यहां वैश्य समाज के नेता अनिल गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि छिबरामऊ के जिस श्री कृष्णा अस्पताल में बुखार पीड़ित किशोरी लाडो की गलत इंजेक्शन से मौत हो गई, उसका रजिस्ट्रेशन तक नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध तरीके से अस्पताल संचालित हो रहा है। जिसकी जांच की जानी चाहिए ताकि ये पता चल सके कि किसकी शह पर अवैध तरीके से अस्पताल संचालित हो रहा है।
भाजपा नेताओं ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात
न्याय की मांग कर रही भीड़ पर लाठीचार्ज और मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद भाजपा की छिबरामऊ विधायक अर्चना पांडेय और पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने मृतक किशोरी रुचि गुप्ता उर्फ लाडो के घर पहुंच कर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। पुलिस की कार्यशैली को लेकर लोगों ने विधायक और पूर्व सांसद से शिकायत की। उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद करने और दोषियों पर कार्यवाही कराने का भरोसा दिया है।
ये है पूरा मामला
छिबरामऊ के बुद्ध कूंचा मोहल्ले के रहने वाले राजेश गुप्ता की 15 वर्षीय बेटी रुचि उर्फ लाडो बुखार से पीड़ित थी। उसके परिजनों ने 18 मई को नगर के पूर्वी बाईपास स्थित श्री कृष्णा हॉस्पिटल में उसे एडमिट कराया था। जहां डॉक्टर के इंजेक्शन देने के बाद उसकी तबियत बिगड़ गई और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया था। किशोरी की मौत के बाद 18 मई और 19 मई की रात भीड़ का हंगामा और पुलिस के लाठीचार्ज से माहौल खराब हो गया।
बिसरा सुरक्षित किया गया
पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम की कार्यवाही के बाद भी लाडो की मौत की गुत्थी नहीं सुलझ सकी। पोस्टमार्टम हाउस के सूत्रों ने बताया कि लाडो के शव का बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है। मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। जिस जगह पर लाडो के इंजेक्शन लगाया गया था, उसकी स्किन का सैम्पल लेकर फोरेंसिक लैब भेज दिया गया। जांच रिपोर्ट में ही मौत का कारण पता चल सकेगा।