ब्रजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। छिबरामऊ पुलिस ने सोमवार की देर रात प्रदर्शन कर रही भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिसकर्मियों ने लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। लाठीचार्ज में कई लोग चोटिल हो गए।
प्रदर्शन में कई संगठन के लोग शामिल थे। ये लोग एक नाबालिग लड़की रुचि उर्फ लाडो की मौत के मामले में पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लाठीचार्ज की घटना से लोगों में गुस्सा है। मामले में पहले ही क्षण से प्रशासन की लापरवाही साफ साफ झलकने लगी थी। एक निजी अस्पताल में कथित तौर पर गलत इंजेक्शन दिए जाने की वजह से यह मौत हुई बताई गई थी तो स्वास्थ्य प्रशासन को इसकी विधिवत जांच शुरू करनी थी किन्तु राजनैतिक बयानबाजी के चलते मामले ने और ज्यादा तूल पकड़ लिया। सपा ने एक ट्वीट कर जहां सत्तारूढ़ दल पर अस्पताल संचालक को संरक्षण देने का आरोप लगाया वही स्थानीय विधायक ने भी चिकित्सालय को विपक्ष संरक्षित बताकर कार्रवाई की बात कही। राजनीति यहीं से शुरू हुई और रविवार की देर रात परिजनों पर कथित लाठीचार्ज से भड़के लोगो ने सोमवार की शाम कोतवाली का घेराव कर लिया। यहां प्रभारी निरीक्षक अजय अवस्थी के नेतृत्व में कथित तौर पर पीएसी के लाठी चार्ज से स्थिति और उग्र हो गयी। मामले को जिस सम्वेदनशीलता से हल करने की जरूरत थी वह गम्भीरता फिलहाल तो नज़र नही आई। स्वास्थ्य प्रशासन भी इस मामले को हल करके तनाव घटाने में फिलहाल विफल ही नज़र आया।
