बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) मानीमऊ के आनंदेश्वर धाम मंदिर में इन दिनों धार्मिक अनुष्ठानों की बयार सी है। मंदिर परिसर में बने अलग- अलग पंडालों में कहीं रासलीला के रंग छा रहे है, तो कहीं जन कल्याण के लिए शतचंडी महायज्ञ चल रहा है। इसी कड़ी में यज्ञशाला पंडाल में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच 51 बटुकों का सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार हुआ। आचार्यों की मंडली ने पूर्ण वैदिक रीति से बटुकों को गायत्री दीक्षा प्रदान की।
21 कुंडीय शतचंडी महायज्ञ में रविवार का दिन सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार के नाम रहा। यहां नैमिषारण्य के यज्ञाचार्य कमलेश अवस्थी की निगरानी में आचार्य विपिन तिवारी, शिवम् तिवारी, ओम नारायण, शेखर मिश्रा और आदित्य तिवारी की मंडली में मंत्रोच्चारण के बीच 51 बुटकों का सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न कराया। सबसे पहले बटुक सिर मुंडवाकर हवन मंडप पर बैठे। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञोपवीत संस्कार की रस्में प्रारंभ हुईं। आचार्यों ने बारी-बारी से सभी बटुकों को जनेऊ पहनाया। इससे पहले पंडाल में भिक्षाटन कार्यक्रम हुआ जिसमें माताओं और परिजनों से बटुकों ने अन्नदान व धनदान लिया। आनंदेश्वर धाम के पीठाधीश्वर कौशल जी महाराज ने बताया कि हिन्दू धर्म में विभिन्न संस्कारों में से एक संस्कार यज्ञोपवीत धारण करना भी है। इसे धारण करने के बाद व्यक्ति को शक्ति के साथ शुद्ध चरित्र मिलता। यज्ञोपवीत संस्कार के दौरान जहां पंडाल में वेद मंत्र गूंजते रहे तो दूसरी ओर बटुकों के परिजनो ने पलों को यादगार बनाने के लिए मोबाइल में खूब सेल्फी ली।