तंबाकू के दुष्प्रभाव के खिलाफ 15 जून तक चलेगा विश्व तंबाकू निषेध जागरूकता अभियान
सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों पर वसूला जाएगा जुर्माना
फर्रूखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 15 मई से शुरू हुआ विशेष अभियान 15 जून तक चलेगा। इस दौरान तम्बाकू के दुष्प्रभावों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।तंबाकू नियंत्रण अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. दलवीर सिंह ने बताया कि विश्व तंबाकू निषेध जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आशा व एएनएम कार्यकर्ताओं एवं पोस्टर व होल्डिंग के माध्यम से तम्बाकू सेवन करने वाले व्यक्ति के शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग की ओर से संयुक्त रूप से छापेमारी कर सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शिक्षा विभाग के सहयोग से जनपद के शिक्षण संस्थानों में रैली,गोष्टी व निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित कर तम्बाकू मुक्त करने का प्रयास किया जायेगाlडॉ सिंह ने बताया कि तम्बाकू के शौक बहुत ही खराब है यह इसके शौकीन लोगों को किश्तों में मौत देता है lतम्बाकू नियंत्रण के जिला सलाहकार सूरज दुबे ने बताया कि तंबाकू सेवन से अनगिनत हानियां है फायदा कोई नहीं। तम्बाकू निर्मित पदार्थों पर हर दिन खर्च और बीमारी हो जाने पर इलाज का खर्चा इससे परिवार तबाह हो जाता है। कैंसर, अस्थमा ,नपुंसकता आदि कई गंभीर रोग अधिकतर तंबाकू सेवन से होते हैं। इसके सेवन से मुंह की लार पेट में नहीं जाने से भोजन भी सही ढंग से नहीं पच पाता है। शरीर में जकड़न,छाती में दर्द, कम दिखाई देना, ब्लड प्रेशर की बीमारी तम्बाकू के नकारात्मक प्रभाव हैं।
उन्होंने कहा कि खुद पर थोड़ा नियंत्रण रखा जाए तो लत छोड़ी जा सकती है। किसी भी लत को छोड़ने के लिए दो बातें सबसे जरूरी होती हैं। पहली – इच्छा शक्ति और दूसरी – संगत। सबसे पहले खुद तय करें कि तंबाकू से पीछा छुड़ाना है। किसी के कहने या दबाव डालने पर भी इसका सेवन नहीं करेंगें। यदि मन पक्का कर लेंगे तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। दूसरी बात कि ऐसे दोस्तों के दूर रहें जो खुद तंबाकू खाते हैं और दूसरों को भी जबरदस्ती खिलाते हैं।
सूरज ने बताया कि तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वाले की लत छुड़ाने के लिए जिले में 21 काउंसलर तैनात हैं जो लोगों को तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों से लोगों को बचने के तरीके बताते हैंl जिले में अप्रैल 2018 से जनवरी 2022 तक लगभग 39,781 लोगों की काउंसलिंग की गई है।