मिशन 2022: विपक्षी दलों के 100 नेताओं को भाजपा में शामिल कराने की तैयारी

पश्चिम बंगाल चुनाव की तर्ज पर रणनीति बना रही है भाजपा


लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) भाजपा यूपी में पश्चिम बंगाल चुनाव की तर्ज पर रणनीति बना रही है। वह राज्य में विपक्षी दलों के 100 नेताओं को पार्टी में शामिल कराने की तैयारी में है। सूत्रों की माने तो विपक्षी दलों के कई नेता भाजपा के सम्पर्क में हैं। पार्टी उन नेताओं को टारगेट कर रही है जो अपने आलाकमान से नाराज है और जातिगत स्तर पर उनका दबदबा है।
बताते चलें कि भाजपा ने बुधवार को लखनऊ में सपा के विधान परिषद सदस्यों में सेंध लगाई और एक ही झटके में चार सदस्यों को तोड़कर अखिलेश यादव को बड़ा झटका दिया। जबकि अखिलेश यादव पिछले दिनों भाजपा के एक एमएलए को अपनी पार्टी में शामिल कर चुके हैं। यहीं नहीं अभी तक ज्यादातर नेता अपने दलों को छाड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा ने यूपी में सपा,बसपा और कांग्रेस सहित अन्य दलों के 100 नेताओं को पार्टी में शामिल करने की तैयारी की है और शुरुआती दौर में इन लोगों से मध्यस्थतों के जरिए बातचीत भी हो चुकी है। सूत्रों की माने तो राज्य भाजपा ने इन नेताओं की एक लिस्ट भाजपा आलाकमान को भी सौंप दी है और वहां से इस पर मुहर भी लगा दी गई है। लिहाजा पश्चिम बंगाल,कर्नाटक और मध्य प्रदेश की तर्ज पर सपा,बसपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं को जल्द ही पार्टी में शामिल किया जाएगा।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक यूपी भाजपा के ज्वाइनिंग कमेटी मेंबर और प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि राज्य में कई नेता भाजपा के संपर्क में है और जल्द ही ये नेता भाजपा में शामिल होंगे। उनका कहना है कि विभिन्न दलों के कई विधायक, एमएलसी, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और विपक्ष के मजबूत नेता भाजपा का दामन थामेंगे और विधानसभा चुनाव की जीत के लिए राह आसान करेंगे।
बताते चलें कि भाजपा विभिन्न दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करके यह संदेश देना चाहती है कि यूपी में भाजपा के पक्ष में माहौल है,हालांकि सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव इस फार्मूले को लागू कर चुके हैं। वह राज्य में छोटे दलों से गठबंधन कर रहे हैं और विभिन्न दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करा रहे हैं। इसके लिए अखिलेश यादव ये संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि राज्य में समाजवादी पार्टी के पक्ष में माहौल है और राज्य में अगली सरकार सपा की बनने जा रही है। वहीं अभी तक बसपा और कांग्रेस के ज्यादातर नेता सपा में शामिल हुए हैं।
बताते चलें कि बुधवार को ही भाजपा ने सपा के चार एमएलसी को पार्टी में शामिल करवाकर सपा को बड़ा झटका दिया है। बुधवार को विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी, रमा निरंजन, सीपी चंद और रविशंकर सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे। वहीं चर्चा यह भी है कि भाजपा में शामिल होने के लिए सपा के दस एमएलसी तैयार थे, लेकिन भाजपा की तरफ से उन्हें आश्वासन नहीं मिला, जिसके कारण उन्होंने ऐन वक्त पर भाजपा में आने का इरादा बदल दिया।

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