डीएमओ ने परखी दस्तक अभियान की हकीकत
लार्वा स्रोत की कर रहीं जांच, बता रहीं नष्ट करने के उपाय
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) जिले में एक जुलाई से संचारी रोगों से निपटने के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान चल रहा है। अभियान की हकीकत जानने के लिए जिला मलेरिया अधिकारी के पी दुबे ने राजेपुर ब्लॉक के ग्राम सलेमपुर में अभियान का जायजा लिया और लार्वा के स्रोत देखे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि घर के आसपास गंदगी एवं जलभराव न होने दें, शौचालय का प्रयोग करें और शुद्ध पानी पिएं। इससे संचारी रोग से बचाव होगा। डीएमओ ने कहा कि बारिश में जगह-जगह जलभराव हो रहा है। अगर इन रोगों से हमें खुद और परिवार को बचाना है तो जलभराव वाले स्थान को मिट्टी से भर देंl
डीएमओ ने कहा कि जिले को संचारी रोगों एवं संक्रामक रोगों से मुक्त करने के उद्देश्य शासन के निर्देशानुसार पूरे माह संचारी रोग नियंत्रण अभियान व 16 जुलाई से दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। मच्छरों से फैलने वाले रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया व जापानी बुखार से बचाव के लिए नियमित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में फागिंग, नालियों में एंटी लार्वा के छिड़काव का कार्य किया जा रहा है l
वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक अशोक यादव ने बताया कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीमें गांवों में घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों और कोरोना के प्रति जागरूक कर रहीं है | टीमें गांवों में घरों के आसपास जलभराव न होने देने, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने और अपने घरों के आस-पास साफ-सफाई रखने के संदेश दे रहीं हैं | इसके साथ ही लक्षण के आधार पर कोविड, बुखार और टीबी के मरीजों को खोजने का भी काम कर रहीं हैं, ताकि समय रहते उनका उपचार शुरू कराया जा सके |
मलेरिया निरीक्षक ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण माह व दस्तक अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ नागरिक और ग्रामीणों की भी भागीदारी जरूरी है | बरसात होने के चलते लोगों को स्वंय भी सावधानी बरतनी होगी | मच्छरों के काटने से डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारी फैलती हैं | ऐसे में जरूरी है कि उन्हें पनपने ही न दिया जाए |
सहायक जिला मलेरिया अधिकारी नरजीत कटियार ने बताया कि 16 जुलाई से दस्तक अभियान चल रहा है इस दौरान अभी तक 1749 लार्वा स्रोत चेक किए गए जिसमें से 31 जगह लार्वा मिला जिसको मौके पर ही नष्ट करा दिया गया और 1327 लोगों के खून की जांच की गई जिसमें से कोई भी मलेरिया या डेंगू से ग्रसित नहीं मिला l
बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग से जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने बताया कि जिले की 1752 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस अभियान में लगी हुयी हैं | उनके द्वारा कुपोषण दूर कर समुदाय को सुपोषित बनाने के लिए बच्चों, गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और किशोरियों को संतुलित एवं पौष्टिक आहार लेने, व्यक्तिगत और पास-पड़ोस में साफ़-सफाई रखने की जानकारी दी जा रही है |
बचाव के तरीके :
डेंगू फैलाने वाला एडीज इजिप्टी मादा मच्छर साफ पानी में अंडे देती है, इसलिए कूलर, पानी की टंकी, गमले आदि में साफ पानी एकत्रित न होने दें |
दिन में पूरी बाजू के कपड़े व मोजे पहनें और छोटे बच्चों को मच्छरदानी में सुलाएं |
तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, बदन में चकत्ते होने की दशा में तत्काल डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय अथवा पास के किसी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाएं |
इस दौरान फायलेरिया निरीक्षक योगेश याद आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं l