लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित पांच सितारा होटल लेवाना में लगी आग और उसकी वजह से चार लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन भी जागा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख के बाद अब राजधानी के सभी होटलों और अस्पतालों की जांच फायर डिपार्टमेंट करेंगे। अगर सुरक्षा मानकों में किसी भी तरह की लापरवाही मिली तो उन्हें बंद किया जायेगा। इतना ही नहीं सरकार ने भी अग्निकांड के बाद पूरे प्रदेश में एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि उन सभी जगहों की जांच कर ली जाए जहां ऐसी घटना हो सकती है। लापरवाही मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी।
लखनऊ के होटल लेवाना में लगी आग के बाद योगी सरकार के साथ ही जिला प्रशासन भी हरकत में आया। सरकार ने जहां मामले में उच्च स्तरीय जांच बैठाकर रिपोर्ट तालाब की है, वहीं पूरे प्रदेश में एडवाइजरी भी जारी कर दी है। जिसके मुताबिक राजधानी के सभी होटल और अस्पतालों की जांच होगी।
इमरजेंसी एग्जिट और फायर एनओसी की जांच होगी। होटल और अस्पताल में फायर उपकरणों की जांच होगी। जिन होटलों में इमरजेंसी एग्जिट नहीं होंगे उन्हें बंद किया जाएगा। इतना ही नहीं सुरक्षा मानकों में कोताही बरतने पर निजी अस्पतालों पर भी दमकल विभाग एक्शन लेगा। बता दें कि बिना फायर उपकरण के धड़ल्ले से कई अस्पताल चल रहे हैं। दमकल विभाग और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से यह अभियान चलाएगा।
बता दें कि होटल लेवाना अग्निकांड के बाद यह बात सामने आई है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण ने होटल को तीन नोटिस भेजा था, जिसमें सुरक्षा मानकों की अनदेखी की बात कही गई थी। बावजूद इसके होटल प्रबंधन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। फिलहाल जिला प्रशासन ने होटल को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। लखनऊ जोन की मंडलायुक्त रोशन जैकब और पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर को जांच सौंपी गई है।
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