बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज जिले में गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के डाक बंगला के अंदर खून से लथपथ मरणासन्न हालत में मिली बालिका का वीडियो बनाने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई की है। एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर के निर्देश पर चौकी प्रभारी ने शुक्रवार को बच्ची का वीडियो बनाने वाले 20 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की है। आरोप है कि इन लोगों ने बच्ची का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। इससे बच्ची की पहचान उजागर हो गई। पुलिस ने वीडियो बनाकर अपलोड करने वालों की पहचान करना शुरू कर दिया है।
दरअसल, गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले के रहने वाले शख्स की 12 वर्षीय पुत्री बीते 23 अक्तूबर को गोलक खरीदने के लिए बाजार गई थी। इसके बाद वह खून से लथपथ मरणासन्न हालत में डाक बंगला के अंदर पड़ी मिली थी। बच्ची पड़ी होने की जानकारी पर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए थे। इस दौरान कुछ लोगों ने बच्ची की मदद करने की बजाए उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।
बच्ची का वीडियो बनाने वालों पर पुलिस ने अब रिपोर्ट दर्ज की है। वीडियो वायरल होने से बच्ची की पहचान उजागर हो गई। इसे पाक्सो एक्ट व 66-ई आईटी एक्ट में दंडनीय अपराध माना गया है। कानपुर जोन के एडीजी भानु भास्कर के निर्देश पर गुरसहायगंज कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय ने 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खून से लथपथ बच्ची के मिलने की सूचना पर जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां मौजूद लोग वीडियो बना रहे थे। उन्होंने भीड़ को वीडियो बनाने से रोकने का प्रयास किया लेकिन, वीडियो बनाने वाले नहीं रुके। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर वीडियो बनाने वालों की पहचान शुरू कर दी है।