सामाजिक न्यूज़

खिलौनों की दुनिया के वो मिट्टी के घर याद आते हैं।-प्रियंका ‘सौरभ’

सदियों से मिटटी के घर बनाने की जो परम्परा चली आ रही है; भारत में 118 मिलियन घरों में से 65 मिलियन मिट्टी के घर हैं? यह भी सच है कि कई लोग अपने द्वारा प्रदान किए जाने वाले लाभों के लिए मिट्टी के घरों को पसंद करते हैं। दिलचस्प …

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वन्य जीवों और पेड़ों के लिए अपनी जान पर खेलता बिश्नोई समाज-सत्यवान ‘सौरभ’

(राजस्थान के बिश्नोई समाज की महिलाएं हिरण के बच्चों को बिल्कुल मां की तरह पालती है, यहां तक की उन्हें अपना दूध भी पिलाती है। बिश्नोई समाज ने पर्यावरण संरक्षण की स्मृतियों पर एक अमिट छाप छोड़ी है और लोगों के मानस पर दीर्घकालिक प्रभाव डाला है। ) बिश्नोई आंदोलन …

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महंगी होती खाद से खेती करना मुश्किल-प्रियंका ‘सौरभ’

उत्पादन बढ़ाने के लिए उर्वरक खेतों की उर्वरता बनाए रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। भारत अपनी उर्वरक आवश्यकताओं के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर करता है। भारत में उर्वरकों की वर्तमान लागत एक खनिज संसाधन-गरीब देश के लिए वहन करने के लिए बहुत अधिक है। 2021-22 में, …

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देश- दुनिया और कारोबार चलाने के लिए प्रबंधन बहुत जरूरी- डॉ एमपी सिंह 

अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह का कहना है कि देश-दुनिया और कारोबार चलाने के लिए प्रबंधन बहुत जरूरी है बिना प्रबंधन के अनेकों प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है और नकारात्मक परिणाम भी देखने को …

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ओबीसी के साथ क्रीमीलेयर का भेदभाव क्यों?- सत्यवान ‘सौरभ’

(केवल आर्थिक आधार पर क्रीमी लेयर का निर्धारण करना गलत होगा। सामाजिक स्थिति में बढ़ोतरी, शिक्षा, रोजगार, आर्थिक हैसियत जैसे कई तरह के कारक मिलकर किसी की सामाजिक वंचना दूर करते हैं। अगर इस बहस को ईमानदारी से शांत करना है तो सरकार को चाहिए कि वह जातिगत जनगणना करवाए। …

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भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की जरूरत -प्रियंका ‘सौरभ’

(यद्यपि विभिन्न सामग्रियों जैसे खोई (गन्ने से रस निकालने के बाद अवशेष), मकई स्टार्च, और अनाज के आटे से बने खाद, बायोडिग्रेडेबल या यहां तक ​​कि खाद्य प्लास्टिक को विकल्प के रूप में बढ़ावा दिया जाता है, लेकिन वर्तमान में इनके पैमाने और लागत की सीमाएं हैं।) सिंगल यूज प्लास्टिक …

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मिस्र से लौटे महान साहित्यकार डा0 रामकृष्ण राजपूत व जवाहर सिंह एडवोकेट को किया गया सम्मानित

फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) फतेहगढ़ महोत्सव व जकात फाउडेंशन द्वारा साहित्य के क्षेत्र में मिस्र में सम्मिलित होकर लौटे महान साहित्यकार जवाहर सिंह एडवोकेट व डा0 रामकृष्ण राजपूत को उनके उत्कृष्ट हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में काहिरा में हुए सम्मेलन में फर्रुखाबाद की महान विभूतियों को सम्मानित किया गया। इस अनुभूति …

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अमृत महायोजना के विरोध में मकानों में लगे ‘सामूहिक पलायन’ और ‘मकान बिकाऊ’ के पोस्टर

फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) अमृत महायोजना के विरोध में मकानों पर ‘सामूहिक पलायन’ और ‘मकान बिकाऊ’ के पोस्टर लोगों ने लगा दिए हैं। इटावा-बरेली हाई-वे को 60 मीटर चैड़ा रखा गया है,जिससे हाई-वे किनारे रह रहे बाशिंदों में खलबली मची है।बीते कई दिनों से पांचाल घाट से सेंट्रल जेल चैराहे तक …

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जीवन में छोटी चीजों का आनंद लें।“इस लम्हे में खुश रहिये। ये लम्हा ही ज़िंदगी है।”-सत्यवान ‘सौरभ’

जीवन में छोटी चीजों का आनंद लें क्योंकि एक दिन आप पीछे मुड़कर देखेंगे और महसूस करेंगे कि वे बड़ी चीजें थीं। छोटी चीजें जरूरी हैं क्योंकि वे हमारे जीवन के विशाल बहुमत को शामिल करती हैं। महत्वपूर्ण घटनाएं छिटपुट रूप से घटित होती हैं। छोटे-छोटे पल-पल होते रहते हैं। …

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स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता का अभाव झेलती मीडिया-सत्यवान ‘सौरभ’

हाल के वर्षों में मीडिया की भूमिका बदली है। स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता का घोर अभाव है। समाज का ध्रुवीकरण करने के लिए मीडिया के बड़े पैमाने पर दुरुपयोग ने स्थिति को बदतर बना दिया है। लोकतंत्र में त्रुटियों और गलत कामों को उजागर करने के लिए एक प्रहरी के …

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