ऑपरेशन कायाकल्प की भी मासिक समीक्षा कर डीएम को रिपोर्ट देगा विभाग
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) विद्यालयो में शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। तुरूकपुर, खैरनगर, चपुन्ना आदि विद्यालयों में निपुण भारत के अंतर्गत शिक्षा की गुणवत्ता में कमी है, जिस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। शैक्षिक कार्यो में लापरवाही पर कार्यवाही के लिए तैयार रहें। बच्चों को पढ़ाई के लिए कैसे प्रेरित किया जाए इस पर भी जोर दिया जाए। प्रत्येक माह माता-पिता की बैठक अवश्य बुलाई जाए।
यह निर्देश जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों से जानकारी ली जिसमें बताया गया कि प्राथमिक विद्यालय तुरुकपुर में मात्र 06 बच्चे उपस्थित मिले जिस पर 3 शिक्षक कार्यरत हैं तथा खैरनगर, चपुन्ना में भी शिक्षा का स्तर खराब होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए, प्रत्येक माह माता-पिता की बैठक बुलाकर बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया जाए, अन्यथा की स्थिति में संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी बच्चों में पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान में ग्रेड स्तर की अपेक्षित योग्यता प्राप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्रारंभ किया गया है। इससे शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार होगा और बच्चो का बेहतर भविष्य बनेगा। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे विद्यालय जो निपुण भारत के अंतर्गत पीछे हैं उन विद्यालयो को चिन्हित कर अतिरिक्त क्लास लगाई जाए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि समस्त विकास खण्डों के जो भी विद्यालय शिक्षा के स्तर में खराब प्रदर्शन वाले विद्यालय है उन विद्यालयो के शिक्षकों की बैठक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रतिदिन करेगे। जिससे की शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया जा सके।
श्री शुक्ल ने कहा है कि आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत 19 पैरामीटर के तहत जिन विकासखण्ड के विद्यालयों में पानी की व्यवस्था, शौचालय, ब्लैक बोर्ड, किचन शेड, रैम्प, बिजली आदि की व्यवस्था नही है, वहां पर सभी व्यवस्थायें दुरस्त करायी जायें। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। उन्होने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि माह के अंत में सर्वे करें और सभी विद्यालयों यह सुनिश्चित करें कि 19 पैरामीटर के अन्तर्गत कितना कार्य हुआ है और क्या-क्या कार्य कराना शेष है। इसका उल्लेख रजिस्टर पर होना चाहिए। जिन विद्यालयो में किसी प्रकार की कमियां मिलती है तो समय-समय पर मेन्टीनेंस के कार्य पूर्ण कराये जाए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाये कि मध्यान्ह भोजन योजना के अन्तर्गत मीनू के तहत विद्यालयों में भोजन बनाया जा रहा है अथवा नही। कहा है कि मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो सम्बन्धित के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,जिला विद्यालय निरीक्षक, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।