फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) दिव्यांग शिविर समापन के दिन एस. एन. साध ट्रस्ट के सौजन्य एवम महावीर विकलांग सहायता समिति के सहयोग से अपने निर्धारित समय से सुबह 9 बजे शुरू हुआ यस.एन. साध के ट्रस्टी राकेश साध चमकेश साध ने बताया यह ट्रस्ट उनके पिता सहदेव नारायन साध के द्वारा स्थापित किया गया था। और अब दोनों भाई इसको मिलकर संचालित करते है और इस शिविर में हर सुविधा बिल्कुल निःशुल्क दी जाती है, इस शिविर में आज दोपहर के समय जिला प्रचारक प्रवीन जी अपने सहयोगियों के साथ पहुँचे और शिविर का निरीक्षण करने के उपरान्त शिविर के सयोजको को बधाई और शुभकामनाएं दी। और उसके उपरान्त उनकी उपस्थिति में शिविर सम्पन्न हुआ।
ये 2023 का पहला दिव्यांग शिविर है इसकी सयोंजक डॉ रजनी सरीन जी ने बताया कि वह सदैव ऐसे शिविर लगाने में प्रयासरत रहेगी। इस शिविर की विशेषता ये है कि कोई भी दिव्यांग जन अपना आधार कार्ड लाकर तत्काल रजिस्ट्रेशन कराकर शिविर में उपलब्ध सभी सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है।
इस शिविर में सभी उम्र के जन मानस को अगर कान से कम सुनाई देने संबंधित कोई भी शिकायत है तो वो अपनी जाँच कराकर कान की मशीन ले सकता है। जिस किसी को दांतों की समस्या थी उनकी जाँच डॉ स्वाती बचानी द्वारा की गई और आवश्कता अनुसार पूर्ण रूप से निःशुल्क दवाई दी गई। सभी दिव्यांगों व उनके साथ आने वाले उनके तीमारदारों को चाय, बिस्किट एवं भोजन भी संस्था की तरफ से दिया गया।
विगत वर्षों के भांति इस वर्ष भी दिल्ली से आकर मधु साध, रंजना साध, प्रिया साध, रितेश साध व उनके पुत्र तनिश, श्रेयस ने शिविर को सफल बनाने में अपना अमूल्य योगदान दिया।
इस शिविर को सफल में रोहित गर्ग, उदय पाल, सुजीत श्रीवास्तव, शीश मेहरोत्रा, बासु, राहुल कश्यप, नितिन कश्यप, प्रभात, नरेश, धारा सिंह, रॉबिन साध, विशाल कश्यप, मानव साध, रजत और जयपुर से टीम की विशेष सहयोगी रुबीना खातून, हरीश, वेद, गणेश लाल, हलदर का पूरा सहयोग रहता है।
आज रजिस्ट्रेशन 205 हुये
ट्राय साइकिल 07
व्हीलचेयर- 06
छड़ी- 17
कैलिपर- 22
कृतिम पैर- 60
वैशाखी- 35
वॉकर- 05
जूते- 18
कान की मशीन- 105
दाँत रोग मरीज – 45