ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब कमजोर वर्गों के लोगों पर अत्याचार नहीं होते: मायावती
लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) बसपा सुप्रीमों मायावती ने आज डॉ बीआर अंबेडकर की 65वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि डॉ बीआर अंबेडकर ने दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और उपेक्षितों के उत्थान के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों में जातिवादी सरकारों की उदासीनता के कारण उनके द्वारा तैयार किए गए संविधान में उन्हें दिए गए लाभों का आज वे लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब राज्य में कमजोर वर्गों के लोगों पर अत्याचार नहीं होते। हम ऐसी घटनाओं पर कई मीडिया रिपोर्ट नहीं देखते हैं, वे (राज्य सरकार) जानते हैं कि मीडिया को कैसे प्रबंधित किया जाता है।
बताते चलें कि भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की आज 65वीं पुण्यतिथि है। उनका निधन सन 1956 में 6 दिसंबर के दिन हुआ था। वो भारती बहुज्ञ, विधिवेता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक के रूप में जाने जाते थे। वहीं बाबासाहेब अंबेडकर ने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया था। साथ ही अछूतों से सामाजिक भेदभाव के विरोध में बड़े अभियान की भी शुरुआत की थी। श्रमिकों से लेकर किसान और महिलाओं के अधिकार के वो लड़े भी थे और उनका जमकर समर्थन भी किया था। अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन जातिवाद को खत्म करने, गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए अर्पित किया था। माना जाता है इस कारण बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।