70 वर्षीय वरिष्ठ सफल फायनेंसियल मार्केट्स ट्रेडर,
आईसीआईसीआई बेंक के आईसीआईसीआई डायरेक्ट मार्केट्स एप्प में गड़बड़ी और शिकायतों की कंपनी द्वारा अनदेखी किये जाने और अव्यवसायिक व्यवहार आचरण के कारण 12 लाख रू. से अधिक राशि का नुक़सान उठाकर बहुमूल्य सेविंग्स से वंचित…
आज एमपी के ग्वालियर जिले से खबर आई है कि एक वरिष्ठ नागरिक आईसीआईसीआई बेंक के कारनामों की भेंट चढ़ गया। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज़ लिमिटेड ने 2.75 लाख रुपये से अधिक ब्रोकरेज चार्ज व 2.5 लाख रुपये से अधिक सर्विस चार्जेज वगैरा भी ले लिये। कंपनी द्वारा उपभोक्ता की शिकायतों पर अगर समय रहते ध्यान देकर कार्रवाई की जाती तो कोई भी नुक्सान नहीं पहुंचता और वरिष्ठ नागरिक को जीवन के इस मोड़ पर परेशानियों, वित्तीय हानि, उत्पीड़न आदि का सामना नहीं करना पड़ता।
यूं तो ये कोई खास खबर नही है। लोग दुर्व्यवस्थाओं, अक्षम तंत्र के चलते स्टाक ट्रेडिंग में धोखा खाते ही रहते हैं। एक और नागरिक भी उनमें शामिल हो गया तो कौन से बड़ी बात हो गई!
लेकिन बड़ी बात है! बात यह है कि देश के वरिष्ठ नागरिकों का उत्तम जीवन सुनिश्चित करने और संवारने की जिम्मेदारी निभा रहा शासन तंत्र विभिन्न विभाग, आर.बी.आई, आईआरडीएआई, पुलिस, वित्त मंत्रालय, आडिट विभाग, कार्पोरेट मिनिस्ट्री, आदि सहित प्रधानमंत्री का नेतृत्व आदि सभी देखते रह गये।
अब देखना है कि उपभोक्ता मंत्रालय और अन्य विभागों के अधिकारी कैसे पीड़ित को सहायता पहुंचाते हैं। देश में इस तरह के केसों की रोकथाम हो ये भी देखना जरूरी ताकि कमजोर नागरिकों का नुक्सान न हो।
भ्रष्टाचार में लिप्त अक्षम तंत्र और रोज़मर्रा की घूसखोरी आदि के आगे कहीं व्यवस्था विवश तो नहीं हो जायगी? कहीं उम्रदराज़ जीवन सक्षम न्याय के लिये ऊंचे लोगों को पैसे नहीं दे पाया तो जान देकर हिसाब तो नहीं कर बैठेगा और बहुत से लोग ग़लत व्यवस्था के शिकार तो नहीं होते रहेंगे।