गोरखपुर मतगणना : सपा मेयर प्रत्याशी काजल निषाद का जिला प्रशासन से सवाल : मतगणना में कैसे बढ गए वोट?

‘‘कुल वोट का 34.61 प्रतिशत लगभग तीन लाख 63 हजार होगा, जबकि 28 राउंड की गणना साढ़े चार लाख मतों से अधिक की कैसे हो गई? मतगणना के दौरान प्रशासन बार-बार झूठा आंकड़ा दिखाता रहा’’

‘‘हंगामा करने के बाद धरने पर बैठ गईं सपा की काजल निषाद, सपा अध्यक्ष अखिलेश ने की रिकाउंटिंग की मांग’’

लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) गोरखपुर विश्वविद्यालय के मतगणना स्थल पर हंगामा करने के बाद समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी काजल निषाद शनिवार की शाम 05.17 से 05.50 बजे तक 33 मिनट तक धरने पर बैठी रहीं। मोबाइल फोन पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से दो बार बात करने के बाद वह धरने से उठीं। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन पर मतगणना में धांधली और पति व भाई के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने जिला प्रशासन से सवाल किया कि मतगणना के दौरान हजारों वोट कैसे बढ गए?
उन्होंने दोबारा मतगणना कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पार्टी मुखिया से वार्ता कर जल्द ही कानून का दरवाजा खटखटाया जाएगा। नगर निकाय चुनाव की मतगणना के अंतिम दौर में उस समय असमंजस की स्थिति पैदा हो गई, जब प्रत्याशियों को मिले मतों का योग कुल पड़े वोटों से अधिक हो गया। इस बात पर प्रशासन से जवाब मांगते हुए सपा प्रत्याशी काजल निषाद ने हंगामा शुरू कर दिया। सपा प्रत्याशी को काफी समझाने का प्रयास हुआ, लेकिन वह नहीं मानीं और धरने पर बैठ गईं। उनका कहना था कि कुल वोट का 34.61 प्रतिशत लगभग तीन लाख 63 हजार होगा, जबकि 28 राउंड की गणना साढ़े चार लाख मतों से अधिक की कैसे हो गई? मतगणना के दौरान प्रशासन बार-बार झूठा आंकड़ा दिखाता रहा है।
उन्होंने आरओ, एआरओ और प्रेक्षक से दोबारा मतगणना कराने की मांग करते हुए कहा कि जो धांधली की गई है, उसे पारदर्शी तरीके से सामने लाया जाए। काजल निषाद ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए समाजवादी पार्टी द्वारा जीती जा रही सीट पर धांधली करने का काम किया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य निर्वाचन आयोग से पुनर्मतगणना (रिकाउंटिंग) कराने की मांग की है। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से आयोग से तत्काल संज्ञान लेने व मतगणना की सत्यता की जांच कराने और गलत पाए जाने पर पुनर्मतगणना करवाने की मांग की है।

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