नई दिल्ली । (आवाज न्यूज ब्यूरो) कांग्रेस ने शनिवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर संस्थानों का गला घोंटने की आदत डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक (सीएजी) के अधिकारियों का तबादला किया गया।
यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “सीएजी इस (भाजपा) शासन के तहत रिपोर्ट नहीं लाती है। हमने 2023 में केवल 14 रिपोर्टें देखी हैं। भारतमाला परियोजना, आयुष्मान भारत परियोजना और अन्य परियोजनाओं पर कुछ बहुत ही चौंकाने वाले भ्रष्टाचार के मामले सामने आए।
उन्होंने आरोप लगाया कि 10 साल पहले हमने देखा था कि कैसे तत्कालीन सीएजी प्रमुख विनोद राय ड्राफ्ट रिपोर्ट मीडिया में लीक कर देते थे और रामलीला मैदान में गतिविधियां देखने को मिलती थीं।“ उन रिपोर्टों के आधार पर उन्होंने नाटक करके पूरे देश को फंसा दिया और मीडिया ने इसे एक जन आंदोलन कहा।” भ्रष्टाचार के ये सभी आरोप सीएजी रिपोर्ट पर आधारित थे। ये सभी रिपोर्ट और मामले पिछले 10 सालों में बेबुनियाद साबित हुए। इन लोगों का मकसद सिर्फ तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की साफ-सुथरी छवि को खराब करना और यूपीए सरकार को बदनाम करना था।
Check Also
कल 23 दिसंबर को महाराष्ट्र के दौरे पर होंगे राहुल गांधी, परभणी में हिंसा प्रभावित लोगों से करेंगे मुलाकात
नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कल 23 …