नई दिल्ली । (आवाज न्यूज ब्यूरो) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि मौजूदा त्योहारी सीजन के बीच तृणमूल कांग्रेस नेता और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों के परिसरों पर केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी बेहद खराब राजनीतिक संस्कृति का प्रतिबिंब है।
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी ईडी द्वारा करोड़ों रुपये के राशन वितरण अनियमितता मामले में चल रही जांच के तहत गुरुवार सुबह राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के आवास पर छापेमारी के बाद आई है। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय एजेंसी ने आज आठ स्थानों पर छापेमारी की जिनमें मल्लिक का कोलकाता में साल्ट लेक आवास भी एक था।
बनर्जी ने यह भी धमकी दी है कि अगर मंत्री मल्लिक के स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ा तो वह ईडी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगी क्योंकि वह मधुमेह से पीड़ित हैं और उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, इसलिए अगर अनावश्यक उत्पीड़न के कारण उन्हें कुछ होता है, तो हमें ईडी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करनी होगी। बनर्जी के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसियां भाजपा के निर्देश पर विपक्षी नेताओं, खासकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को निशाना बना रही हैं।
उन्होंने कहा, मेरा सवाल यह है कि केंद्रीय एजेंसियां भाजपा के भ्रष्ट नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ सक्रिय क्यों नहीं हैं। भारत के लोग इस तरह की प्रतिशोधी एजेंडा आधारित व्यवस्थाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने फर्नीचरों और उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया। नगर पालिकाओं की भर्ती अनियमितताओं के मामले में कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के आवास पर हाल ही में हुई छापेमारी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि टीमें रसोई के बर्तनों की भी तलाशी लेती हैं।