बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) 15 साल की लड़की से रेप की कोशिश में गिरफ्तार पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव जेल में है। रविवार रात पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। मामले में मंगलवार को पीड़िता की बुआ ने बड़ा दावा किया। उसने कहा- घटनाक्रम के पीछे कन्नौज के जय तिवारी उर्फ बउअन तिवारी की साजिश है।
नवाब को फंसाने में सपा के कई बड़े नेता जुड़े हैं। उनके नामों का खुलासा समय आने पर किया जाएगा। नवाब सिंह को फंसाने के लिए मेरी भतीजी को भड़काया गया है।
उनका यह भी कहना है, भतीजी से मुझे मिलने नहीं दिया जा रहा है। मेरे माता-पिता को भी पुलिस ने उठा लिया है। ऐसा बर्ताव किया जा रहा है, जैसे मैंने कोई गुनाह किया हो।
रविवार रात जब आरोपी नवाब को पुलिस ने गिरफ्तार किया, पीड़िता की बुआ वहीं मौजूद थी। पीड़िता की मां ने अपनी ननद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा- ननद नेताओ के पास लड़कियां ले जाती है। पीड़िता की बुआ ने बताया- 11 अगस्त, रविवार की रात मैं लखनऊ से आ रही थी। साढ़े 10 बजे होंगे। मुझे घर भी जाना था। लेकिन, नवाब भइया की मां की मौत पर मैं उनसे मिल नहीं पाई थी। उनसे बात करने के बाद मिलने के लिए रात में ही डिग्री कॉलेज चली गई। रात ज्यादा हो रही थी, भतीजी को अकेला नहीं छोड़ सकती थी। इसलिए उसको भी अपने साथ ले गई।
वहां हम लोग साथ ही बैठे थे। उसके बाद मैं हाथ-पैर धुलने वॉशरूम चली गई। बाहर निकली तो मेरी भतीजी रो रही थी। उसने पूरी बात बताई और मम्मी से फोन पर बात करने के लिए कहा। उसने कहा था, उसके साथ छेड़छाड़ हुई है। उसका टॉप उतार दिया गया है। उसके बाद भतीजी ने कैसे 100 नंबर पर फोन कर दिया, मुझे नहीं पता।
मेरी उनसे (नवाब सिंह) कोई दुश्मनी नहीं है। हम सालों से एक दूसरे को जानते हैं। हमारी बात भी होती है। मेरी भतीजी दिमागी तौर पर बिल्कुल ठीक है। बस किसी के भड़काने पर बहुत जल्दी भड़क जाती है। उसके साथ कोई थोड़ा भी अच्छा कर दे तो वो उसकी बात मान जाती है।
अब एफआईआर में जो बात लिखवाई गई…
एफआईआर में पीड़िता ने बताया- हम लोग लखनऊ गए थे और रात 11 बजे तिर्वा लौटे। फिर ऑटो से चंदन महाविद्यालय आए। जहां हमें नवाब सिंह मिले। नवाब सिंह ने मेरी नौकरी मेडिकल कॉलेज में लगाने के लिए यहां बुलाया था। जब बुआ बाथरूम गई तो नवाब सिंह ने मेरे कपड़े उतार दिए। बुआ लौटीं तो मैंने तुरंत उन्हें घटना बताई। तब बुआ ने अपना फोन देकर कहा- तुरंत 112 पर फोन करो। मैंने तुरंत 112 पर फोन कर दिया। नवाब सिंह ने मेरे सीने पर हाथ मारा था।
आरोपी नेता सपा प्रमुख अखिलेश यादव का करीबी और उनकी पत्नी डिंपल का सांसद प्रतिनिधि रहा है।
पीड़ित लड़की के फोन कॉल पर पुलिस ने नवाब सिंह यादव को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ के बाद सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे 14 अगस्त तक के लिए जेल भेज दिया गया। जेल जाते समय नवाब सिंह ने कहा- ये कुछ पूंजीपतियों की साजिश है।
लड़की की मां बोली- ननद बना रही मेडिकल न कराने का दबाव
मामले में पीड़िता की मां ने कहा- हम लोग दिल्ली में रहते हैं। बेटी के साथ छेड़खानी की खबर मिली तो दिल्ली से भागते हुए कन्नौज आए हैं। मैंने बेटी को 4 दिन पहले उसकी बुआ के साथ गांव भेजा था। लेकिन, वो बेटी को गांव न छोड़कर इधर, उधर घुमाती रही। मेरी सास ने फोन करके बताया कि अभी बेटी घर नहीं आई है। मेरी ननद का यही काम है। वो ऐसे ही नेताओ के पास लड़कियों को लेकर जाती है। बहुत दिनों से वो लड़की की तलाश कर रही थी। वो इसी की कमाई खाती है। मेरी बेटी 10वीं में पढ़ती है। यहां दादी-बाबा के साथ रहकर वो पढ़ाई करती है। इसकी बुआ कह रही है, मेडिकल मत कराओ, थाने मत जाओ। जो हम कह रहे हैं, वही करो। इसकी बुआ का यही धंधा है। वो नोएडा में भी यही करती थी।
सपा से दूरियां क्यो बढ़ी?
2017 विधानसभा चुनाव से पहले नवाब सिंह यादव ने अखिलेश से तिर्वा विधानसभा से टिकट मांगा। अखिलेश ने मना कर दिया। उस समय पार्टी परिवार में लड़ाई-झगड़ों से जूझ रही थी। ऐसे में पार्टी के लिए हर सीट जरूरी थी। इस वजह से जिताऊ उम्मीदवार पर ही अखिलेश भरोसा कर रहे थे। अखिलेश ने 2012 में जीत दर्ज करने वाले विजय बहादुर पाल को उम्मीदवार बनाया। इससे नवाब निराश हो गए। हालांकि, जब इलेक्शन का रिजल्ट आया तो तिर्वा से भाजपा कैंडिडेट जीता, सपा चुनाव हार गई। कन्नौज के सपा नेता कहते हैं कि इसके बाद अखिलेश और नवाब के बीच दूरियां बढ़ गईं। हालांकि नवाब को पार्टी से बाहर नहीं किया गया।
इस मौके का बउअन तिवारी ने फायदा उठाया। वह धीरे-धीरे अखिलेश का खास बन गया। 2024 लोकसभा चुनाव में बउअन तिवारी अखिलेश का प्रस्तावक था। पूजा-पाठ हो या चुनाव के कार्यक्रम, वह अखिलेश के साथ ही रहता था। कन्नौज में लोग उसे पूंजीपति कहते हैं।
बसपा से सपा में आया बउअन तिवारी, इत्र का बड़ा कारोबारी
बउअन तिवारी ने 2007 में बसपा से कन्नौज जिले की छिबरामऊ सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हालांकि हार मिली। 2011 में उसने सपा जॉइन कर ली। 2018 में बउअन ने सपा कन्नौज नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ा लेकिन, वो हार गया। बउअन के 2 बेटे और 1 बेटी है। उसका कन्नौज में इत्र का बड़ा कारोबार है। पेट्रोल पंप भी हैं। साथ ही वो ठेकेदारी का काम भी करता है।
बउअन तिवारी का पक्ष जानने के लिए उन्हें फोन मिलाया तो नॉट रीचेबल मिला। फिर, उनके एक करीबी और सपा युवजन सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष हसीब हसन से बात की गई तो पता चला कि बउअन की पत्नी बीमार हैं। उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा है। इसलिए उनसे बात नहीं हो सकी।