बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) जिले के प्राइमरी स्कूलों में महिला टीचरों के लिए अलग शौचालय और नियमित सफाई कर्मी की मांग को लेकर शिक्षकों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (X) पर एक व्यापक ट्वीट अभियान चलाया। इस अभियान के तहत शिक्षकों ने #Seprate_staff_toilet_and_sweeper हैशटैग के साथ ट्वीट और रीट्वीट किया।
यूपी के सरकारी स्कूलों में शौचालय की नियमित सफाई के लिए कर्मचारियों की तैनाती की कमी के कारण स्कूलों में गंदगी बनी रहती है। महिला टीचरों के लिए अलग शौचालय न होने की समस्या भी मौजूद है। इस मुद्दे को कई बार शिक्षक संगठनों द्वारा अफसरों के सामने उठाया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है।
समस्या को लेकर जिलों के अध्यक्षों के साथ बैठक की
यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने इस समस्या को लेकर जिलों के अध्यक्षों के साथ बैठक की और ट्विटर अभियान चलाने की घोषणा की। इसके तहत कन्नौज में यूटा के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह भदौरिया, विवेक सिंह और शैलेन्द्र दुबे ने इस अभियान को लागू किया।
महिला टीचरों ने स्लोगन के साथ ट्वीट किए
• “शौक नहीं-मजबूरी है, अलग शौचालय जरूरी है।”
• “बालक-बालिका करें पुकार, स्वच्छ शौचालय हमारा अधिकार।”
• “सफाई कर्मी हर दिए आए, हमारा विद्यालय स्वच्छ बनाए।”
अभियान 2 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें शिक्षक प्रत्येक दिन दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक ट्वीट करके अभियान का हिस्सा बनेंगे। यह कदम सरकारी स्कूलों में स्वच्छता और सुविधा सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।