प्रदेश में योगी और देश में मोदी की जोड़ी बनाए रखें- जितेंद्र नन्द सरस्वती
लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर जहां एक ओर चुनाव आयोग सख्त है। वहीं दूसरी ओर संत समाज एकबार फिर योगी आदित्यनाथ की सरकार बनाने की तैयारी कर रहा है। इस दौरान संत समाज बाकायदा मंच से माइक साउंड और बैठक करके योगी सरकार के कामों को गिनाकर संतो का वोट योगी आदित्यनाथ की झोली में डालने के लिए अपील कर रहा है। ऐसे में धर्मनगरी चित्रकूट के रामायणी कुटी में विश्व हिन्दू परिषद के बैनर तले एक चिंतन बैठक बुलाई गई। जिसमें धर्मनगरी चित्रकूट के दिग्गज संत महात्माओं सहित अयोध्या न्यास के महामंत्री चम्पत राय ने शिरकत की।
दरअसल धर्मनगरी चित्रकूट में हुई इस चिंतन बैठक में संतो ने योगी सरकार के फायदे गिनाए। उन्होंने कहा कि अगर संत समाज की भलाई, मठ मंदिरों की सुरक्षा और उद्धार चाहते हैं तो एक बार फिर योगी सरकार को लाना होगा, अलग अलग संतो ने सैकड़ों संतो की मौजूदगी में राम के नाम पर हवाला देते हुए कहा कि मोदी और योगी सरकार की वजह से ही आज अयोध्या राम मंदिर अपने रूप में आने को तैयार है, अगर आप सभी चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार हो तो हमें योगी सरकार को फिर लाना होगा तभी रामलला को उनके स्थान पर विराजमान करवा पाएंगे।
बता दें कि चित्रकूट में विश्व हिन्दू परिषद कानपुर प्रांत के धर्माचार्य संपर्क विभाग की हुई इस बैठक में जमकर हिन्दू मुस्लिम के मुद्दे में धार देते हुए चुनावी माहौल बनाया गया। जहां पर काशी विश्वनाथ के जितेंद्र नन्द सरस्वती ने कहा कि अगर होली मनानी है और राम मंदिर का निर्माण होने देना चाहते हैं तो केंद्र और प्रदेश की जोड़ी बनाये रखिए। जहां एक ओर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और केंद्र में नरेंद्र मोदी की जोड़ी को उन्होंने राम लक्ष्मण की उपाधि देते हुए कहा कि 2015 को शुक्रवार को होली का त्योहार पड़ा था। वहीं, सपा की सरकार थी जिसमें सरकार ने एलान किया था कि 11 बजे तक होली खेली जाएगी फिर मुसलमानों को जुमे की नमाज है तो होली खेलना बंद कर दें।
गौरतलब है कि इस बार भी होली मार्च में है और अगर आप फिर होली खेलना चाहते हैं तो इस जोड़ी को बनाए रखें। हालांकि इस बैठक में अलग अलग भगवाधारियों ने जमकर हिन्दू मुस्लिम और गैर सरकारों पर तीखे हमले करते हुए मौजूदा सरकार को फिर वापस लाने पर जोर दिया। इस बैठक के मुख्य अतिथि चम्पत राय ने मीडिया की मौजूदगी को देखते हुए इशारे-इशारे में मौजूदा सरकार के गुणगान किए तो कांग्रेस सरकार पर हवाई तीखे हमले किए और फिर से योगी आदित्यनाथ को कुर्सी तक पहुंचाने की अपील की। वहीं मीडिया के कैमरे में गैर राजनैतिक वार्ता करते हुए सिर्फ अयोध्या राम मंदिर के चल रहे निर्माण कार्य का बखान करते हुए कन्नी काट ली।