उमा भारती ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल?

नई दिल्ली।  (आवाज न्यूज ब्यूरो) मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने चेक पोस्ट घोटाले को व्यापमं घोटाले से भी बड़ा घोटाला करार दिया है। उन्होंने यह बयान परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के घर छापेमारी के बाद दिया है। उमा भारती ने कहा कि अगर एक सिपाही 1,000 करोड़ की संपत्ति बना सकता है, तो सोचिए अफसरों और नेताओं ने कितना कमाया होगा? उमा भारती ने बताया कि उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में ही चेक पोस्ट बंद करने पर चर्चा शुरू हुई थी। उन्होंने इस बारे में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात की थी, लेकिन मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
इसके बाद परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार बढ़ता गया। घोटाला मामले में मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उनके दो साथियों शरद जायसवाल, चेतन सिंह गौर को लोकायुक्त कोर्ट ने 17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। ईडी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इस मामले में अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने असल आरोपियों को पकडक़र सजा दिलाने की मांग की है। उमा भारती ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स के ट्वीट कर लिखा कि चेक पोस्ट घोटाले के आरोपी पकड़े गए हैं। अगर जांच में कहीं यह साबित होता है कि इन्होंने अकेले ही यह घोटाले किए हैं तो फिर गहराई में जाने पर यह घोटाला एक गंभीर मसला हो सकता है। जो जांच एजेंसियां जांच में लगी हैं, उनकी दक्षता एवं निष्पक्षता पर लोगों को विश्वास है। अब उन जांच एजेंसियों के लिये यह परीक्षा की घड़ी है कि वह यह बात कहीं खत्म कर देते हैं या गहराई में जाकर के असली महा अपराधियों को पकड़ कर, प्रमाण जुटा कर उन्हें कठोरतम दंड दिला लेते हैं।
चेक पोस्ट घोटाला व्यापमं से भी बड़ा है : पूर्व सीएम
भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई में अब व्यक्ति का महत्व खत्म हो गया है। संगठन ही असली नेता है। उन्होंने कहा कि पीछे बैठे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया जाता है। वरना लोग हमेशा अपनी कुर्सी से चिपके रहना चाहते हैं। उमा भारती ने परिवहन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने चेक पोस्ट घोटाले को व्यापमं घोटाले से भी बड़ा बताया है।

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