नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। बीती रात पाकिस्तान ने भारत पर बड़ी सैन्य कार्रवाई की कोशिश की, जिसमें 400 ड्रोन के ज़रिए 36 अलग-अलग स्थानों पर हमले किए गए। भारत के एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम ने इन सभी ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में तुर्किए निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। हमलों के दौरान पाकिस्तान ने भारत की सीमा पर भी गोलाबारी की, जिसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया।
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का खुलासा किया है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने इन हमलों के दौरान नागरिक विमानों का भी दुरुपयोग किया और उन्हें ढाल के रूप में इस्तेमाल किया।सरकारी सूत्रों का कहना है कि भारत स्थिति पर पैनी नज़र बनाए हुए है और हर हाल में देश की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान की इस हरकत को उजागर किया जाएगा। पाकिस्तान बार-बार मात खाने के बाद भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात उसने एक बार फिर नापाक हरकत की। भारत में 36 लोकेशन पर 400 ड्रोन से हमला किया। इन हमलों को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने तबाह कर दिया। ये तुर्किए के ड्रोन थे। पाकिस्तान की हर नापाक हरकत का विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिट्ठा खोल दिया है।
5 पॉइंट में जाने पाकिस्तान की नापाक हरकतें
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया, 8-9 मई की रात पाकिस्तान ने ड्रोन से हमला करने के साथ ही सीमा पर भारी गोलाबारी भी की। घुसपैठ की भी कोशिश की। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के ड्रोन मार गिराए। पाकिस्तान की इस हरकत का इसका मकसद खुफिया जानकारी इकट्ठा करना था। ये तुर्किए के अस्सिगार्ड सोंगर ड्रोन थे। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने पुंछ मेंढर समेत कई सेक्टर में ड्रोन के साथ गोलाबारी भी की। भारतीय जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को नुकसान हुआ है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर के हथियारों से गोलीबारी की। 36 स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश करने के लिए लगभग 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया। भारत ने इनमें से कई ड्रोन मार गिराए। इस तरह के बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठ का पाकिस्तान का मकसद एयर डिफेंस सिस्टम के बारे में पता करना और खुफिया जानकारी जुटाना था। मारे गए ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही है। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया, पाकिस्तानी हमले के जवाब में पाकिस्तान की चार एयर डिफेंस सिस्टम पर सशस्त्र ड्रोन दागे गए। इनमें से एक ड्रोन एडी रडार को नष्ट करने में सक्षम रहा। पाकिस्तान ने भारी कैलिबर वाली तोपों और हथियारों से लैस ड्रोनों से नियंत्रण रेखा के पार गोलाबारी भी की।
भारतीय सेना के 4 जवान हताहत हुए हैं और दो स्कूली बच्चों की जान गई है। भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया, पाकिस्तान नागरिक विमान को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। वो ये अच्छी तरह से जानता है कि भारत पर उसके हमले से भारत का एयर डिफेंस रिस्पॉन्स तेज होगा। भारतीय वायु सेना ने अपनी प्रतिक्रिया में काफी संयम दिखाया, जिससे अंतरराष्ट्रीय नागरिक वाहकों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान की एक-एक पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि अपनी हरकतों को स्वीकार करने के बजाय पाकिस्तान ने बेतुका दावा किया कि भारतीय सशस्त्र बल अमृतसर जैसे अपने शहरों को निशाना बना रहे हैं और पाकिस्तान पर आरोप लगा रहे हैं। इतिहास गवाह है कि पाकिस्तान ऐसी हरकतों में शामिल रहा है। पाकिस्तान ने गलत सूचना फैलाई कि भारत ने ड्रोन हमले के जरिए नानकम साहिब गुरुद्वारे को निशाना बनाया, जो कि एक और सफेद झूठ है। पाकिस्तान सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के इरादे से स्थिति को सांप्रदायिक रंग देने की पूरी कोशिश कर रहा है।
