जिलाधिकारी कार्यालय से निकलेगी रैली, संचारी रोगों के प्रति करेगी जागरूक
बुखार होने पर न करें देरी, बुखार में देरी पड़ेगी भारी -के पी द्विवेदी
टीबी रोगी की खोज के साथ कुपोषित बच्चों की भी सूची बनायेंगी आशा
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) कोविड- 19 टीकाकरण के बीच स्वास्थ्य विभाग ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक अभियान के लिए कमर कस ली है | जिले में संचारी रोग नियंत्रण माह 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा। जो इस वर्ष का प्रथम चरण है |संचारी रोग नियंत्रण माह की पूरी तैयारी कर ली गई है। अन्य विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाने का प्रयास किया जायेगा ।मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीश चंद्रा ने बताया कि जनपद में संचारी रोग नियंत्रण माह 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक एवं 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया दस्तक अभियान में फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथों की धुलाई और मास्क की अनिवार्यता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ,ताकि स्वास्थ्य कार्यकर्ता सावधानी रखते हुए लोगों को मलेरिया, डेंगू एवं कोरोना से बचाव के बारे में बेहतर तरीके से जागरूक कर सकें | उन्होंने बताया अभियान में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण , बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग , शिक्षा एवं. नगर निगम , कृषि विभाग , पशु पालन विभाग आदि का पूर्ण सहयोग होगा | वेक्टर बार्न डिजीज के नोडल अधिकारी डॉ यू सी वर्मा ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाड़ी द्वारा घर घर जाकर लोगो को संचारी रोगों से बचाव के उपाय , लक्षण एवं निकटतम स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी | इस दौरान आशा कार्यकर्त्ताओं द्वारा दिमागी बुखार के लक्षणों एवं उपचार के विषय में समुदाय को जागरूक किया जाएगा | आशा घर-घर जाकर मच्छरों के पैदा होने वाली परिस्थितियों का निरीक्षण करेंगी। मलेरिया जांच में भी आशा कार्यकर्ता सहयोग करेंगी। साथ ही कोविड-19 रोग के प्रसार की स्थिति के चलते कई बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए हैं। गृह भ्रमण के दौरान वंचित बच्चों की सूची भी आशा कार्यकर्ता तैयार करेंगी।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) के पी द्विवेदी ने बताया कि इस चरण में आशा कार्यकर्ता द्वारा बुखार के अतिरिक्त खांसी तथा सांस लेने में दिक्कत या परेशानी की शिकायत वाले रोगियों को भी चिन्हित किया जाएगा तथा उन्हें कोविड जांच हेतु संदर्भित करेंगी | साथ ही इस दौरान टीबी रोगियों की खोज, और कुपोषित बच्चों की सूची भी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता द्वारा बनाई जाएगी | डीएमओ ने बताया अगर आपको बुखार आ रहा है तो अपने निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर रक्त पट्टिका बनवाएं और मलेरिया होने पर 14 दिनों का उपचार निशुल्क प्राप्त करें | बीच में दवा छोड़ने पर बुखार लम्बा चलता है और अनेक जटिलताओं को जन्म देता है |साथ ही कहा जिलाधिकारी कार्यालय से संचारी रोगों के प्रति जागरूक करने के लिए सभी विभागों के सहयोग से एक रैली निकाली जाएगी |मिलेगी प्रोत्साहन राशि डीएमओ ने बताया आशा कार्यकर्ता द्वारा प्रत्येक मलेरिया रोगी की स्लाईड अथवा आर.डी.टी किट से जांच कराने पर 15 रुपए का भुगतान किया जाएगा | यदि व्यक्ति मलेरिया धनात्मक रोगी है तो आर टी पूर्ण करने तथा तीसरे , सातवें एवं चौदह दिन पर रोगी का फ़ॉलोअप पूर्ण करने पर 75 रूपए का भुगतान किया जाएगा | बुखार के रोगी में डेंगू कन्फ़र्म होने पर 200 रूपए का भुगतान तथा जापानी इन्सेफेलाइटिस रोगी के कंफ़र्म होने पर 250 रूपए का भुगतान आशा कार्यकर्ता को किया जाएगा |