चाचा शिवपाल की चाबी मिलने से अखिलेश की साइकिल ने पकड़ी रफ्तार
अखिलेश भाजपा पर,तो भाजपा अखिलेश पर कर रही चैतरफा हमले
कांग्रेस-बसपा को तटस्थ मानकर राजनैतिक विसात विछाने में जुटे दोनो दल
आरके यादव राजनैतिक विश्लेषण
फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) मिशन 2022 यानी यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा 300 के पार की रणनीति पर काम कर रही है,वही समाजवादी पार्टी 400 सीटें जीतने की बात कर रही है। इसी के साथ बसपा के कई दिग्गज नेता अन्य दलों में शामिल हो गये हैं और बसपा सुप्रीमों के बयानों पर नजर डालें तो वह भाजपा की सलाहकार की भूमिका में ज्यादा नजर आ रही हैं। लेकिन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एंव यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी आये दिन भाजपा सरकार पर हमलाबर रहती हैं। बीते दिनों प्रसपा सुप्रीमों शिवपाल सिंह,ओमप्रकाश राजभर,जयंत चैधरी जैसे नेताओं के अखिलेश के साथ आने से अब समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच सीधी चुनावी टक्कर होने के आसार हैं।
देश के ग्रहमंत्री एंव भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह के लखनऊ दौरे के बाद पार्टी ने रणनीति बदल दी है। अब भाजपा ने सपा को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। पार्टी को सपा के साथ आमने-सामने की भिड़ंत में ज्यादा फायदा दिखाई दे रहा है।
सूत्रों की माने तो भाजपा मानकर चल रही है कि बीते 2017 विधानसभा चुनाव का 325 सीटों वाला प्रदर्शन दोबारा शायद मुमकिन ना हो क्योंकि पार्टी यूपी के सत्ता विरोधी लहर के राजनीतिक इतिहास के चलते बडा नुकसान भी उठा सकती है, लेकिन भाजपा के लिये सत्ता में वापसी करना चुनौतीपूर्ण होगा।
हालांकि भाजपा कमजोर और बंटे हुये विपक्ष के चलते 300 के पार की बात कर रही है लेकिन भाजपा को इसी साल पश्चिम बंगाल एंव बीते 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को भी नहीं भूलना चाहिये जहां भाजपा की सारी रणनीति धरी की धरी रह गयी थी। बहीं चाचा शिवपाल की चाबी अखिलेश की साइकिल में लगने के बाद समाजवादी पार्टी ने रफ्तार जरुर पकड ली है मगर अखिलेश के लिये टिकट वितरण का निर्णय करना बडा चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि टिकट वितरण में प्रो0 रामगोपाल यादव की अहम भूमिका होगी!