हर घर नल योजना की दुर्दशा पर लगाई कड़ी फटकार
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो) राज्य के पशुधन मंत्री और जिले की विशेष समीक्षा के लिए भेजे गए मुख्यमंत्री के विशेष दूत मंत्री जी को यह तक पता नही कि कई महीनों से जिले में उनके विभाग का महत्वपूर्ण अधिकारी और योगी 2.0 की सबसे महत्वाकांक्षी योजना का नोडल अफसर जिले में तैनात ही नही है। उल्लेखनीय है कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह के बीती 23 जुलाई 2021 को बुलंदशहर स्थानांतरण के बाद से लगातार कन्नौज में सीवीओ का पद रिक्त है और फिलहाल यह प्रभार डॉ संजय शल्या देख रहे है।
इस संवाददाता के सवाल पर पहले तो मंत्री चौंके फिर बोले यहां सीवीओ नही है? यह पूछे जाने पर की कब तक तैनाती होगी, ठिठके और बोले प्रदेश में सीवीओ की भारी कमी है लेकिन हम जल्द ही भर्ती करेंगे। उन्हें फिर ये कहते हुए संशोधित किया गया कि राज्य लोक सेवा आयोग 5400 पे स्केल में पशु चिकित्साधिकारी भर्ती करता है सीवीओ नही, सीवीओ का पद प्रोन्नति का पद है। इस पर मंत्री महोदय निरुत्तर होकर जिलाधिकारी के विश्राम कक्ष से चलते बने।
मंत्री इस कदर महिमामंडन और बयान बाजी में जुटे थे के वे ये भी भूल गए कि कन्नौज की पहचान अतर से है और अतर उत्पादन कन्नौज के लोगों की जीवन रेखा है। और तो और सांसद सुब्रत पाठक के स्वर्गीय पिता श्री ओम प्रकाश पाठक अतर असोसिएशन आफ इंडिया के संस्थापक अध्यक्ष रहे है और विश्व प्रसिद्ध एफएफडीसी कन्नौज में ही स्थापित है। जिस पर कन्नौज ही नही पूरा देश गर्व करता है। यही वजह है एक जिला एक उत्पाद के लिए कन्नौज से अतर को चुना गया है। धर्मपाल सिंह गाय और गोबर का महत्व बताते हुए इस कदर भावनाओं में बह गए कि बयान सुनकर हर कोई अचंभित रह गया। मंत्री ने कहा कि अतर से पेट नहीं भरेगा। पेट तो गाय के गोबर से भरेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पता नहीं किस योजना के तहत लोग गाय छोड़ने का काम कर रहे हैं। देसी गाय खत्म होती जा रहीं हैं। आस्ट्रेलिया हमसे देसी गाय ले गया। अन्य देश हमसे गाय मांग रहे हैं।
पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनीतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज व नागरिक सुरक्षा मंत्री धर्मपाल सिंह ने पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार ने इस बार के बजट में किसानों को अधिक तरजीह दी है। जीडीपी नापने का पैमाना भी खेती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब कन्नौज के लिए सदन में घोषणाएं कर रहे थे तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि हमें गोबर नहीं चाहिए। कन्नौज की पहचान इत्र से है। मंत्री ने कहा कि इत्र से पेट नहीं भरेगा, पेट गाय के गोबर से भरेगा।
उन्होंने कहा कि जैविक खाद से खेती बढ़िया होगी और इससे कृषि उत्पाद बढ़ेंगे। इसके बाद उन्होंने गाय के धार्मिक महत्व को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि गाय में दूध नहीं, अमृत होता है। गाय के गोबर में लक्ष्मी होती है। गाय के मूत्र में गंगा मैया का वास है। गोबर की खाद से उत्पादकता बढ़ेगी। गाय हमारी माता भी है और जीवनदाता भी है। गोशालाओं को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि इन्हें आत्मनिर्भर बनाने की कवायद चल रही है। दावा किया कि इसी वर्ष दिसंबर तक छुट्टा मवेशियों की समस्या खत्म हो जाएगी। जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि गोचर की भूमि को विशेष अभियान चलाकर कब्जा मुक्त कराएं। इस दौरान तिर्वा के विधायक कैलाश राजपूत व अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी आलोक यादव भी मौजूद रहे।
हर घर नल योजना की दुर्दशा पर खफा हुए मंत्री
मंत्री धर्मपाल सिंह ने कलक्ट्रेट सभागार में विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान जल निगम की हर घर नल योजना की स्थिति बेहद खराब मिली। मंत्री ने बताया कि 50 फीसदी कार्य भी इस योजना के तहत जिले में नहीं हुआ है।