अभियान की सफलता के लिए जिला स्तरीय बैठक का किया गया उन्मुखीकरण
अपने घर के आस पास रखें सफाई, संचारी रोगों को पनपने का मौका न दें – सीएमओ
टीबी रोगी की खोज के साथ कुपोषित बच्चों की भी सूची बनायेंगी आशा
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) अगले माह एक से 31 जुलाई तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक अभियान के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में शनिवार को बैठक हुईl इस दौरान अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए अधिकारियों का उन्मुखीकरण किया गयाl
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि पिछला संचारी रोग नियंत्रण माह 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलाया गया था। उसी तर्ज पर 1जुलाई से शूरू होने वाले संचारी रोग नियंत्रण माह की पूरी तैयारी कर ली गई है। अन्य विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाने का प्रयास किया जायेगा । सीएमओ ने बताया कि जनपद में संचारी रोग नियंत्रण माह 1 जुलाई से 31 जुलाई तक एवं 15 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया दस्तक अभियान में फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथों की धुलाई और मास्क की अनिवार्यता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ,ताकि स्वास्थ्य कार्यकर्ता सावधानी रखते हुए लोगों को मलेरिया, डेंगू एवं कोरोना से बचाव के बारे में बेहतर तरीके से जागरूक कर सकें | सीएमओ ने कहा कि अगर हम अपने घर के आस पास सफ़ाई रखेंगे तो संचारी रोगों को पनपने का मौका ही नहीं मिलेगा l
वेक्टर बार्न डिजीज के नोडल अधिकारी डॉ यू सी वर्मा ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाड़ी द्वारा घर घर जाकर लोगो को संचारी रोगों से बचाव के उपाय , लक्षण एवं निकटतम स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी | इस दौरान आशा कार्यकर्त्ताओं द्वारा दिमागी बुखार के लक्षणों एवं उपचार के विषय में समुदाय को जागरूक किया जाएगा | आशा द्वारा घरो के अंदर प्रवेश कर मच्छरों के पैदा होने वाली परिस्थितियों का निरिक्षण किया जाएगा | मलेरिया जाँच में भी आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सहयोग किया जाएगा | साथ ही कॉविड 19 रोग के प्रसार की स्थिति के चलते कई बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए हैं | ऐसे वंचित बच्चो की सूची भी आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भ्रमण के दौरान तैयार की जायेगी |
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) के पी द्विवेदी ने बताया कि इस चरण में आशा कार्यकर्ता द्वारा बुखार के अतिरिक्त खांसी तथा सांस लेने में दिक्कत या परेशानी की शिकायत वाले रोगियों को भी चिन्हित किया जाएगा तथा उन्हें कोविड जांच हेतु संदर्भित करेंगी | साथ ही इस दौरान टीबी रोगियों की खोज, और कुपोषित बच्चों की सूची भी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता द्वारा बनाई जाएगी |
मिलेगी प्रोत्साहन राशि
डीएमओ ने बताया आशा कार्यकर्ता द्वारा प्रत्येक मलेरिया रोगी की स्लाईड अथवा आर.डी.टी किट से जांच कराने पर 15 रुपए का भुगतान किया जाएगा | यदि व्यक्ति मलेरिया धनात्मक रोगी है तो आर टी पूर्ण करने तथा तीसरे , सातवें एवं चौदह दिन पर रोगी का फ़ॉलोअप पूर्ण करने पर 75 रूपए का भुगतान किया जाएगा | बुखार के रोगी में डेंगू कन्फ़र्म होने पर 200 रूपए का भुगतान तथा जापानी इन्सेफेलाइटिस रोगी के कंफ़र्म होने पर 250 रूपए का भुगतान आशा कार्यकर्ता को किया जाएगा |
इस दौरान डीपीएम कंचन बाला, यूनिसेफ से डीएमसी राजीव चौहान मौजूद रहे l
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