164 विधायकों के समर्थन के साथ नीतीश कुमार बने महागठबन्धन के नेता,मुख्यमंत्री पद की लेंगे शपथ, तेजस्वी यादव बनेंगे डिप्टी सीएम
भाजपा जिसके साथ रहती है उसे ही खत्म करती है, पंजाब-महाराष्ट्र इसकी नजीर : तेजस्वी यादव
पटना।(आवाज न्यूज ब्यूरो) एनडीए का कुनवा दरकने लगा है। बिहार में जेडीयू ने एनडीए से अपना नाता तोड लिया,जिसे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के लिए बडा झटका माना जा रहा है। बिहार में जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद नई सरकार बनने का रास्ता साफ हो चुका है। मंगलवार की शाम को नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चैहान को 164 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी। इस मौके पर तेजस्वी यादव भी उनके साथ राजभवन में मौजूद थे। सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद नीतीश और तेजस्वी ने राजभवन में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को 7 पार्टियों के 164 विधायकों के समर्थन का पत्र दिया है। अब राज्यपाल के ऊपर है कि वे सरकार बनाने का न्योता कब देते हैं। इसके बाद तेजस्वी बोले और भाजपा पर खूब बरसे। तेजस्वी ने कहा- भाजपा का कोई गठबंधन सहयोगी नहीं है, इतिहास बताता है कि भाजपा उन दलों को नष्ट कर देती है जिनके साथ वह गठबंधन करती है। हमने देखा कि पंजाब और महाराष्ट्र में क्या हुआ?
सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार शाम 4 बजे राज्यपाल फागू चैहान को अपना इस्तीफा सौंपा था। उस समय नीतीश ने 160 विधायकों के समर्थन की बात कहते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसके बाद वे राबड़ी देवी के आवास पहुंचे, जहां उन्हें महागठबंधन का नेता चुना गया। यहां जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी नीतीश के साथ आ गई। उसके पास 4 विधायक हैं। इसके बाद नीतीश और तेजस्वी एक बार फिर राज्यपाल से मिले।
नीतीश के इस कदम के बाद भाजपा और जदयू का 2020 में बना गठबंधन टूट गया है। इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश ने राजभवन में कहा था कि पार्टी के विधायकों और सांसदों ने एक स्वर में एनडीए से गठबंधन तोड़ने की बात कही है।
सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम होंगे। कांग्रेस को स्पीकर की कुर्सी मिल सकती है। कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान कह चुके हैं कि नीतीश कुमार ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे। सब कुछ तय हो गया है।