बच्चों के विकास में, शिक्षकों की आदर्श भूमिका सही मूल्यों और गुणों के प्रवर्तक और प्रेरक की होनी चाहिए। इस प्रकार, छात्रों को ज्ञान सीधे चम्मच खिलाने के बजाय, उन्हें बच्चों में पूछताछ, तर्कसंगतता की भावना विकसित करने का प्रयास करना चाहिए, ताकि वे अपने दम पर, जुनून के साथ …
Read More »खेलों का डर्टी दंगल या फिर नियमों का उल्लंघन
(7 मई, विश्व एथलेटिक्स दिवस विशेष) समय-समय पर खेल जगत से ऐसे आरोप क्यों लगते रहते हैं। क्यों महिला खिलाड़ी यौन शोषण का शिकार होकर भी चुप रहती है कि कहीं उनका कैरियर खत्म न कर दिया जाये। भविष्य में ऐसा न हो और देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करते हुए खेल …
Read More »जीआईसी फर्रुखाबाद एंव रस्तोगी कालेज के बच्चों को यातायात के प्रति किया जागरुक
फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) भारत सरकार के मंत्रालय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के आदेश के अनुक्रम में कार्यकारी संगठन मदर निर्मला फाउण्डेशन उ0प्र0 के द्वारा सड़क सुरक्षा हेतु सेमिनार/जागरूकता व्याख्यान कार्यक्रम गतिविधि का आयोजन रस्तोगी इण्टर कॉलेज एवं राजकीय इण्टर कॉलेज फर्रुखाबाद में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में …
Read More »अगर जीतना स्वयं को, बन सौरभ तू बुद्ध !!
(बुद्ध का अभ्यास कहता है चरम तरीकों से बचें और तर्कसंगतता के बीच के रास्ते पर चलना समय की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, चल रहे यूक्रेन युद्ध जहां रूस और नाटो अपने स्वयं के लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।) डॉ.सत्यवान ‘सौरभ’ बौद्ध धर्म का एक …
Read More »संजय सिंह ने सार्वजनिक छवि खराब करने के लिए ईडी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी
नई दिल्ली। (आवाज न्यूज ब्यूरो) आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को केंद्रीय वित्त सचिव को पत्र लिखकर दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में अपनी सार्वजनिक छवि खराब करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और अतिरिक्त निदेशक जोगेंद्र सिंह के …
Read More »स्वतंत्रता खो रही पत्रकारिता- -डॉ. प्रियंका सौरभ
(3 मई, प्रेस स्वतंत्रता दिवस विशेष) आज पेड न्यूज, मीडिया ट्रायल, गैर-मुद्दों को वास्तविक समाचार के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जबकि वास्तविक मुद्दों को दरकिनार किया जा रहा है, वास्तविक और समाज हित के समाचार को नजरअंदाज किया जा रहा है और मुनाफे और राजनीतिक पक्ष के लिए तथ्य विरूपण, फर्जी समाचार, पीत पत्रकारिता की जा …
Read More »दिहाड़ीदार मजदूरों की दुर्दशा के लिए जिम्मेवार कौन ? — डॉo प्रियंका सौरभ
(1 मई, मजदूर दिवस विशेष ) (सामाजिक सुरक्षा कोष में तेजी लाने की आवश्यकता है ताकि देश के सबसे गरीब और कमजोर तबके को यह वित्तीय सुरक्षा की भावना प्रदान कर सके। एक मजदूर देश के निर्माण में बहुमूल्य भूमिका निभाता है। किसी भी समाज, देश संस्था और उद्योग में काम करने वाले …
Read More »पोषण का रामबाण है भारत का पशुधन-डॉ प्रियंका सौरभ
विश्व पशु चिकित्सा दिवस (29 अप्रैल, 2023) पशुपालन का अभ्यास अब एक विकल्प नहीं है, बल्कि समकालीन परिदृश्य में एक आवश्यकता है। इसके सफल, टिकाऊ और कुशल कार्यान्वयन से हमारे समाज के निचले तबके की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। पशुपालन को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, कृषि, शोध और पेटेंट से …
Read More »कैसी है हमारी व्यावसायिक सुरक्षा और क्या है स्वास्थ्य खतरे?
(28 अप्रैल – कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस) व्यावसायिक दुनिया में गहरा परिवर्तन हो रहा है। सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों और अन्य हितधारकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे सभी के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य का कार्यस्थल बनाने के अवसरों का लाभ उठाएं। …
Read More »षड्यंत्र और राजनीति का हिस्सा धर्म परिवर्तन
सुप्रीम कोर्ट मानता है कि धर्म परिवर्तन एक गंभीर मुद्दा है और इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। धर्म परिवर्तन राजनीतिक मुद्दा है या आस्था का मामला? लोगों को जबरन धर्मांतरण, प्रलोभन या लालच आदि के प्रावधानों और तरीकों के बारे में भी शिक्षित करने की आवश्यकता है। जबरन …
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