फर्रुखाबाद l (आवाज न्यूज ब्यूरो) परिवार को नियोजित कर न सिर्फ जच्चा-बच्चा को स्वस्थ रखा जा सकता है बल्कि बच्चों की बेहतर परवरिस कर उन्हें काबिल भी बनाया जा सकता है । इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के पास बास्केट ऑफ़ च्वाइस का विकल्प मौजूद है, इसमें स्थायी और अस्थायी साधनों को शामिल किया गया है। इन अस्थायी साधनों में से अपनी पसंद का साधन चुनकर शादी के दो साल बाद ही बच्चे के जन्म की योजना बना सकते हैं। इसके अलावा दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर रख जच्चा-बच्चा को सेहतमंद रख सकते हैं।
अगर आंकड़ों की बात की जाए तो वित्तीय वर्ष 2021 22 में पुरुष नसबंदी 3, महिला नसबंदी 478, आईयूसीडी 9149, पीपीआईयूसीडी 10492 और त्रैमासिक गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन 4387 महिलाओं ने लगवाए थे l
वित्तीय वर्ष 2022 23 में पुरुष नसबंदी 3, महिला नसबंदी 751, आईयूसीडी 7679, पीपीआईयूसीडी 12,959 और त्रैमासिक गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन 10435 महिलाओं ने लगवाए थे l इस वित्तीय वर्ष 2023 24 में जून तक 59 महिला नसबंदी,1930 आईयूसीडी,2228 पीपीआईयूसीडी, और 2148 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन लगवा लिए हैं l
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार ने कहा कि हम सभी को परिवार की खुशहाली के लिए परिवार नियोजन के साधन अपनाने के बारे में सोचना होगा l
सीएमओ ने कहा कि जिले में महिलाएं साल दर साल परिवार नियोजन के साधन अपनाने में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहीं हैं । जबकि उन्हें बच्चे को जन्म देने से लेकर उनकी देखभाल की ज़िम्मेदारी उठानी पड़ती है । ऐसे में जब परिवार नियोजन अपनाने की बात हो तो पुरूषों को भी आगे आना चाहिए । अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आशीर्वाद अभियान का शुभारंभ किया जायेगा जिसमें नवविवाहित जोड़ों के स्वास्थ्य की जांच के साथ ही शगुन किट दी जाएगी और परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जागरूक किया जायेगा l साथ ही 11 जुलाई से 24 जुलाई के बीच चलने वाले सेवा प्रदायगी पखवाड़ा के दौरान परिवार नियोजन की सेवाएं दी जाएंगी l
एसीएमओ ने कहा कि दंपति संपर्क पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने ऐसे योग्य दंपति से संपर्क किया जिन्हें परिवार नियोजन के बारे में परामर्श की आवश्यकता है। उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाएं जिनका प्रसव विगत एक वर्ष के दौरान हुआ हो, नव विवाहित दम्पति जिनका विवाह विगत एक वर्ष के दौरान हुआ हो , जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हों को परिवार नियोजन की सेवाएं लेने के लिए प्रेरित किया। हर इच्छुक लाभार्थी के लिए पुरुष या महिला नसबंदी की पूर्व पंजीकरण की भी सुविधा है।
होंगे विभिन्न कार्यक्रम
एसीएमओ ने कहा कि इस दिवस के अवसर पर जिले के डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय, सिविल अस्पताल लिंजीगंज और सभी सीएचसी पर परिवार नियोजन के स्टॉल लगाकर लोगों को परिवार नियोजन क्यों आवश्यक है जागरुक किया जायेगा l इसके साथ ही डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में गोष्ठी के माध्यम से परिवार नियोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला जायेगा l
परिवार नियोजन के जनपद सलाहकार विनोद कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन परिवार नियोजन के साधन वितरित किए जायेंगे और डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में प्रतिदिन महिला नसबंदी और पुरुष नसबंदी की जायेगी l