फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) जिले में इस समय सेवा प्रदायगी पखवाड़ा चल रहा है जो 31 जुलाई तक चलेगा lजिसमें योग्य दंपति को परिवार नियोजन की सेवाएं दी जा रहीं हैं l इस दौरान डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष में पखवाड़े की पहली पुरुष नसबंदी हुई l
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि परिवार को नियोजित कर न सिर्फ जच्चा-बच्चा को स्वस्थ रखा जा सकता है बल्कि बच्चों की बेहतर परवरिश कर उन्हें काबिल भी बनाया जा सकता है । इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के पास बास्केट ऑफ़ च्वाइस का विकल्प मौजूद है, इसमें स्थायी और अस्थायी साधनों को शामिल किया गया है। इन अस्थाई साधनों में से अपनी पसंद का साधन चुनकर शादी के दो साल बाद ही बच्चे के जन्म की योजना बना सकते हैं। इसके अलावा दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर रख जच्चा-बच्चा को सेहतमंद रख सकते हैं।
अगर आंकड़ों की बात की जाए तो सेवा प्रदायगी पखवाड़े के दौरान अभी तक 1 पुरुष नसबंदी, 3 महिला नसबंदी, 154 आईयूसीडी, 143 पीपीआईयूसीडी, 288 त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, 1458 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, 2153 माला एन,1561 आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली और 8661 कंडोम की सेवा दी जा चुकी है l
एसीएमओ ने बताया कि पुरुष नसबंदी और महिला नसबंदी प्रतिदिन डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला और पुरुष में की जा रहीं हैं l इसके साथ ही अस्थाई साधन जिसमें आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी, अंतरा, माला एन, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली और कंडोम का वितरण सभी सीएचसी, पीएचसी, सिविल अस्पताल लिंजीगंज, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और आशा, एएनएम के माध्यम से लाभार्थी को दी जा रहीं हैं lकिसी को इन सेवाओं के बारे में जानकारी हासिल करनी है तो अपने गांव की आशा या एएनएम से कर सकते हैं l
एसीएमओ ने कहा कि एएनएम रोजी जो सीएचसी मोहम्मदाबाद में तैनात हैं इनसे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए इनके प्रयास से पिछले वित्तीय वर्ष में भी एक पुरुष नसबंदी कराई गई और इस वित्तीय वर्ष में भी एक पुरुष नसबंदी कराई गई है l
सीएचसी मोहम्दाबाद में तैनात एएनएम रोजी ने बताया कि पुरुष को नसबंदी के लिए तैयार करना बहुत मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं अगर इनको अपने परिवार से लगाव होगा तो जरूर आपकी बात सुनेंगे l
मेरे द्वारा जो नसबंदी कराई गई उनको मैंने सास बेटा बहु सम्मेलन के मौके पर इससे जुड़ी जानकारियां दी थीं उसके बाद उससे अलग से काउंसलिंग की तो वह नसबंदी के लिए तैयार हो गए l
मेरा सभी से कहना है कि बात तो करें तभी लोग सुनेंगे l
पुरुष नसबंदी स्पेशलिस्ट डॉ आर सी माथुर ने बताया कि पुरुष नसबंदी बहुत ही सरल और सहज है यह मात्र दस से बीस मिनट में हो जाती है इसमें कोई चीरा टांका नहीं लगाया जाता है lइसको कराने से कोई कमजोरी नहीं आती है और न ही मर्दानगी में कोई कमी आती है l
जिला परिवार नियोजन परामर्श दाता विनोद कुमार ने बताया कि जिले 234 स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम बॉक्स स्थापित हैं जहां पर जाकर अपने आप खुद कंडोम ले सकते हैं l
साथ ही कहा कि पुरुष नसबंदी कराने पर सरकार द्वारा 3000 रूपए और महिला नसबंदी पर 2000 रूपए दिए जाते हैं l
इस दौरान डीएफपीएस सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे l