लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) बौद्ध महोत्सव में श्रावस्ती पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने सामाजिक परिवर्तन की लड़ाई का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि धर्म, जाति, लिंग और स्थान के आधार पर भेदभाव नहीं हो सकता। उन्होंने छुआछूत, जात पात, ऊंच नीच, भेदभाद और विषमता को देश के लिए कैंसर बताया। स्वामी प्रसाद मौर्य बौद्ध महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में पहुंचने पर स्वामी प्रसाद का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि संविधान के खिलाफ दूषित मानसिकता रखनेवाले ईमानदार नहीं हो सकते। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा संविधान 140 करोड़ लोगों को सम्मान का संदेश देता है।
आज दूषित मानसिकता रखनेवालों ने देश को जात और धर्म के नाम पर बांट दिया है। उन्होंने राजनीतिक दलों का नाम लिए बिना जमकर निशाना साधा। सपा नेता ने कहा कि दुनिया में भारत चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। उन्होंने सवाल उठाया कि भारत गुलामी झेलने पर मजबूर क्यों हुआ। उन्होंने भारत की गुलामी का कारण जात पात, ऊंच नीच, छूआछूत को बताया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने धर्म के ठेकेदारों को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, जो संविधान के प्रति दूषित मानसिकता रखते हैं, वो देश के प्रति भी ईमानदार नहीं हो सकते।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आखिर किस ताकत ने समाज को जातियों में बांटा? उन्होंने भारत की गुलामी के कारणों पर सचेत रहने की अपील की। सपा नेता ने कहा कि भारत का संविधान बराबरी का संदेश देता है। आखिर क्या वजह है कि समाज को बांटा जा रहा है। ऐसे लोग दूषित मानसिकता रखते हैं। बता दें कि विजय धाम स्थल में 20वां वार्षिक बौद्ध महोत्सव हो रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने संबोधन में किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना जमकर हमला बोला। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर विवादास्पद बयान देने के कई बार आरोप लग चुके हैं। बयानों की वजह से स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी और साधु संतों के निशाने पर रहते हैं।
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