लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने के बाद राम भक्तों का उत्साह चरम पर है। इस बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की भी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भगवान के दर्शन करने से रोकने को सबसे बडा अधर्म बताया। हालांकि उन्होंने साफ नहीं किया कि किसे भगवान के दर्शन करने से रोका गया?
सपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, किसी को भी भगवान के दर्शन करने से रोकने से बड़ा अधर्म और क्या हो सकता है? बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता भेजा गया था। उन्होंने न्योते को बीजेपी और आरएसएस का कार्यक्रम बताते हुए सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी न्योता मिलने के बावजूद प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बनाई। उन्होंने भगवान के दर्शन से रोके जाने पर सवाल उठाए।
अखिलेश यादव ने स्पष्ट नहीं किया कि भगवान का दर्शन करने से किसे रोका गया है, हालांकि अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता मिलने पर अयोध्या जाने की इच्छा जताई थी।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बने। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुभ मुहूर्त में संपन्न हुआ। राम मंदिर उद्घाटन के बाद भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं है। हर कोई अलग-अलग तरीकों से राम के आने का स्वागत कर रहा है। शाम को घरों और गलियों को दीपों से सजाया गया है। पटाखे फोड़ कर भी राम भक्त खुशी जता रहे हैं। मंदिरों, मठों और शिवालयों में भजन कीर्तन का दौर जारी है।