‘‘समर्थन वापसी की राज्यपाल को लिखी चिट्ठी’’
नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) हरियाणा में भाजपा को राजनैतिक संकट का सामना करना पड रहा है। यहां के तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया है। हरियाणा में उन्होंने कांग्रेस को बाहर से समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। साथ ही आने वाले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के साथ रहने की बात कही है। तीन विधायक रोहतक पहुंचे हैं। यहां उन्होंने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। वहीं एक और निर्दलीय विधायक के बारे में समर्थन वापस लेने की चर्चा है। उनका अभी इंतजार है।
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान भी प्रेस वार्ता में मौजूद रहे। विधायकों ने नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में चल रही हरियाणा सरकार से अपना समर्थन वापस लेते हुए महंगाई बढ़ने और बेरोजगारी का मुद्दा उठाया है। विधायकों ने समर्थन वापस लेकर नायब सिंह सैनी सरकार को संकट में डाल दिया है। कुछ दिन पहले ही भाजपा सरकार ने बहुतम साबित किया था। तीनों विधायकों ने समर्थन वापसी की चिट्ठी भी लिखी है। राज्यापाल को लिखी चिट्ठी में तीनों ने साइन भी किए हैं और लिखा है कि पहले हम भाजपा को समर्थन दे रहे थे, लेकिन अब समर्थन वापसी का ऐलान करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तीनों विधायकों का स्वागत किया और कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि मौजूदा सरकार से लोगों का मोह भंग हो गया है और जनभावना को देखते हुए ही इन्होंने फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह ठीक समय पर ठीक फैसला लिया गया है। कांग्रेस के पक्ष में लहर चल रही है, इसमें इनका भी योगदान होगा कि ये बाहर से कांग्रेस का समर्थन करेंगे। इन्होंने जनभावनाओं की कदर करते हुए ये फैसला लिया है। हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों की ओर से सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जनभावना के हिसाब से तीनों विधायकों ने फैसला लिया है। कांग्रेस की लहर चल रही है और इस लहर में इनका भी योगदान होगा।