जनपद सहित प्रदेश के 27 जिलों में शनिवार से फाइलेरिया उन्मूलन चल रहा है यह अभियान 2 सितंबर तक चलाया जायेगा | इस दौरान कलेक्ट्रेट में लगे बूथ पर जिला जज विनय कुमार, एडीजे विष्णु चंद्र , शैली राय, शैलेंद्र सचान, सहित 720 लोगों ने फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया l
जिला जज विनय कुमार ने कहा कि हम सभी को इस अभियान को सफल बनाने के लिए इसमें अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी तभी यह अभियान सफल होगा l
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर सी माथुर ने बताया हाईड्रोसील हो जाना, हाथी पाँव हो जाना यानी पैरों में सूजन हो जाना , महिलाओ के स्तन में सूजन आ जाना यह सब फ़ाईलेरिया रोग के लक्षण हैं, फ़ाईलेरिया रोग मच्छरों द्वारा फैलता है । खासकर क्यूलैक्स मादा मच्छर के जरिए । जब यह मच्छर किसी फाइलेरिया रोग से ग्रसित व्यक्ति को काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है फिर यह मच्छर रात के समय किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काट लेता है तो फाइलेरिया रोग के परजीवी रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया रोग से ग्रसित कर देते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी नौशाद अली ने बताया कि 2 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को फाइलेरिया की दवा दी जायेगी। दवा खाली पेट नहीं खाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीमार, गर्भवती और दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को फाइलेरिया की दवा नहीं खानी है।
डीएमओ ने कहा कि अभियान के दौरान जिले के लगभग 21 लाख लोगों को अभियान के दौरान दवा खिलाई जायेगी l इसके लिए विभाग द्वारा प्रत्येक ब्लॉक में एक रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है अगर किसी को दवा खाने के बाद कोई परेशानी होती है तो टीम द्वारा फौरन उसका इलाज किया जाएगा l
फाइलेरिया के लक्षण :
-सामान्यतः तो इसके कोई लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं।
-बुखार, पुरुषों के जननांग और उसके आस-पास दर्द और सूजन की समस्या दिखाई देती है।
-पैरों व हाथों में सूजन, हाथी पाँव और हाइड्रोसिल के रूप में भी यह समस्या सामने आती है।
फाइलेरिया से बचाव :
*मच्छरो से बचने के लिए मच्छर दानी का प्रयोग करें
*घर के आस-पास कूडे को इकठ्ठा न होने दें, कूडेदान का प्रयोग करे
*आसपास पानी न जमा होने दे
*गन्दे पानी में डीजल भी डाल दे
*चोट या घाव वाले स्थान को हमेशा साफ़ रखे
*पूरी बाजू का कपड़ा पहने
इस दौरान जवाहर सिंह गंगवार , घनश्याम सिंह, पीसीआई से शादाब आलम मौजूद रहे l