‘‘विजय शाह को बचाने में जुटी है भारतीय जनता पार्टी‘‘
नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने सेना पर अभद्र टिप्पणी की है। देवड़ा ने कहा कि पूरा देश और देश की सेना प्रधानमंत्री के चरणों में नतमस्तक है। उनके इस बयान की पूरे देश में आलोचना हो रही है। विपक्ष देवड़ा के साथ ही बीजेपी को भी इस पर घसीट रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, भारत की पूरी सेना और सैनिक प्रधानमंत्री के चरणों के सामने नतमस्तक है, ये कहना है एमपी के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का। ये बात हिंदुस्तान का कोई व्यक्ति नहीं कह सकता है। जो सेना हमारे सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर खड़ी है, जिस सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। उस सेना के बारे में ऐसा कहना बहुत बड़ा पाप है और बीजेपी के लोग लगातार ये पाप कर रहे हैं। बीजेपी में बलिदान का नहीं, मुखबिरी का खून है।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सेना के लिए जिसके मन में इतनी दुर्भावना हो, उसे किसी भी पद पर रखना गलत है। अब ऐसे व्यक्ति को बर्खास्त करना होगा। अगर कुछ घंटों के अंदर उनको बर्खास्त नहीं किया जाता तो ये समझा जाएगा कि मोदी जी भी कुछ ऐसी सोच रखते हैं। विजय शाह के मामले में सब हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। जब तक कोर्ट ने थ्प्त् करने के आदेश नहीं दिए तब तक इस पर कुछ नहीं हुआ। अभी तक एक भी बार मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा के मुंह से नहीं सुना कि विजय शाह ने जो कहा वो गलत किया. बीजेपी ऐसा क्यों करती है। बार-बार ऐसा क्यों करती है।
इस बार माफी मांगने से काम नहीं चलेगा
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, जगदीश देवड़ा से पहले राज्य सरकार के मंत्री विजय शाह ने जो घिनौनी बात कही है, उससे पूरा देश स्तब्ध है। सेना और सैनिक किसी के चरणों में नतमस्तक हैं, ऐसी बात इस देश का कोई इंसान कह ही नहीं सकता। सेना के लिए पूरे देश में हर व्यक्ति के मन में सम्मान है और पूरा राष्ट्र कृतज्ञ है. सेना की वजह से ही हम सुरक्षित रह पाते हैं। इस बार माफी मांगने से काम नहीं चलेगा। भाजपा मूक-दर्शक नहीं बनी रह सकती. प्रधानमंत्री मोदी भी चुप नहीं रह सकते।
कांग्रेस नेता ने कहा, अभी 48 घंटे भी नहीं बीते हैं, जब मंत्री विजय शाह ने देश की सबसे होनहार और वीर बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में घिनौनी टिप्पणी की थी। विजय शाह पर कोर्ट के आदेश के बाद एफआईआर हुई भी तो उसकी पोल खुल गई। इससे साफ है कि बीजेपी विजय शाह को बचाने में जुटी है। आपको बता दें,कि मध्य प्रदेश के जबलपुर हाई कोर्ट ने कल कहा था,विजय शाह पर दर्ज एफआईआर सिर्फ और सिर्फ दिखावा है। एफआईआर में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे संज्ञेय अपराध दर्शाया जा सके। एफआईआर का ड्राफ्ट ही ऐसा बनाया गया ताकि आसानी से रद्द हो सके। एफआईआर में सुधार होना चाहिए। बिना हस्तक्षेप के, बिना दबाव के इस मामले की जांच आगे बढ़ाई जाए और सुनवाई फिर से होगी। ये मध्य प्रदेश की सरकार, पुलिस और बीजेपी की असलियत है।