पूर्व मंत्री नरेंन्द्र सिंह यादव के इस्तीफे के बाद सपा में इस्तीफों का दौर जारी,वरिष्ठ नेता महेंन्द्र कटियार के बाद अब सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विश्वास गुप्ता का इस्तीफा

इस्तीफे के बाद सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एंव प्रसपा के प्रदेश सचिव भाजपा में शामिल

आर0के0 यादव

फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो)  समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे पूर्वमंत्री नरेंन्द्र सिंह यादव के इस्तीफे के बाद अब सपा में इस्तीफों का दौर जारी है। वरिष्ठ नेता महेंन्द्र कटियार के इस्तीफे के बाद अब सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एंव प्रसपा प्रदेश सचिव विश्वास गुप्ता ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। विश्वास भाजपा में शामिल हो गए।
बताते चलें कि समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे पूर्वमंत्री नरेंन्द्र सिंह यादव का जनपद सहित कई जनपदों में जनाधार है। उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लडने का ऐलान कर दिया है। उनका जनधार कितना है यह 10 मार्च को सबके सामने आ जाएगा? हालांकि उनका जनाधार खत्म करने के लिए सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव जब से राजनीति में सक्रिय हुए हैं तभी से प्रयासरत हैं। उन्होंने कई प्रयास किए मगर कामयाब नही हुए,अन्त में उन्होंने अपने वीटों अधिकार का प्रयोग करते हुए पूर्व मंत्री का टिकट ही काट दिया,जिससे यह तो साबित हो ही गया कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के बाद अब समाजवादी पार्टी वन मैन शो पार्टी बन गई है। पार्टी में लोकतन्त्र करीब-करीब खत्म हो गया है। नेताजी को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने के बाद उनके नजदीकियों की हैसियत लगातार कम की जा रही है। जो जबरन पार्टी में बने हुए हैं वह पूरी तरह उपेक्षित हैं। बीते दिन सपा के वरिष्ठ नेता रामबक्श वर्मा ने तो सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के बारे में सब कुछ मीडिया के सामने परोस दिया। उन्होंने यहां तक कहा कि ‘‘अखिलेश 2-2 जन्म ले लें फिर भी मुलायम सिहं यादव नहीं बन सकते। श्री वर्मा का ये बयान हल्के में नहीं लेना चाहिए इसके दूरगामी परिणाम 10 मार्च को जनता के सामने आ जाएंगे।
पूर्वमंत्री के इस्तीफे के बाद सपा के वरिष्ठ नेता महेंन्द्र कटियार ने भी सपा का दामन छोड दिया और बसपा में शामिल हो गए। इनके बाद सपा ंजिलाध्यक्ष व प्रसपा के प्रदेश सचिव विश्वास गुप्ता नें भी इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। लखनऊ में बीजेपी संयुक्त कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त वाजपेयी नें विश्वास गुप्ता, कायमगंज के राजीव गुप्ता आदि को भाजपा में शामिल कराया। विश्वास वर्ष 2016 में सपा के जिलाध्यक्ष बने थे। वह सदर सीट से सपा का टिकट मांग रहे थे, लेकिन उन्हें टिकट नही मिला। जिससे विश्वास का भरोसा सपा से खत्म हो गया और वह सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गये। विश्वास नें इस दौरान अपर्णा यादव से भी भेट की।

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