संत रामपालजी को फंसाकर आजीवन सजा कराई गई,जबकि 28 लोग आजाद घूम रहे : एड.शशिभूषण सिंह

‘‘सत्यसाहिब चेरिटेबल ट्रस्ट की मासिक बैठक सादिकपुर में संपन्न‘‘
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो)।
संत रामपालजी महाराज 11 वर्षों से हिसार हरियाणा जेल में बन्द हैं और 343,302,120 बी में सजा काट रहे हैं। महाराजजी को उनके पुत्र,पुत्री एवं पत्नी,रिश्तेदारों व कई दर्जन अनुयायियों ने साजिश रचकर आजीवन की सजा कराई। यह बात सासाराम बिहार से फर्रूखाबाद पहुंचे सत्यसाहिब चेरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंधक व प्रवक्ता शशिभूषण सिंह एड. ने कही।
ट्रस्ट प्रबंधक श्री सिंह ने कहा कि फर्जी राष्ट्रीय समाज सेवा समिति के संचालक रामकवर ढांका हैं जो अपने अनुयायियों के साथ मिलकर पूरे देश में फर्जी केंद्र खोलकर आम जनता को दीक्षा संत रामपालजी के नाम से सीडी,डीवी के माध्यम दे रहे हैं। इसके अलावा देवी देवताओं को माध्यम बनाकर अश्लील भाषा का प्रयोग कर पुस्तकें बनाकर आम जनता में वितरित कर रहे हैं जबकि संत रामपालजी द्वारा किसी को भी दीक्षा देने का अधिकार नहीं दिया गया। आम जनता को इन अश्लील पुस्तकों के माध्यम से उनकी भावनाओं को भड़का रहे हैं। महाराजजी के फर्जी अनुयायियों ने संत रामपालजी की फोटो लगी असली पुस्तकों को जला दिया और अपनी फर्जी पुस्तक संतरामपालजी की फोटो लगाकर आम जनता में बाट रहे। इसलिए ऐसी फर्जी पुस्तकों को वितरित करने पर सरकार रोक लगाए और संत रामपालजी के नाम पर जो फर्जी अनुयाई हैं इसकी जांच कराकर कानूनी कार्यवाही की जाए। ट्रस्ट के राष्ट्रीय प्रवक्ता,प्रबंधक शशिभूषण सिंह एड.ने संतजी के बारे में बताते हुए कहा कि हरियाणा सोनीपत में 1951 में जन्मे संतजी 18 वर्षों तक सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर रहे। नौकरी से इस्तीफा देकर विष्णुजी,हनुमानजी के भक्त संतजी ने स्वामी रामदेव से 1994 में दीक्षा लेकर आध्यात्मिक क्षेत्र में कदम रखा और सत्संग व भक्ति करने लगे। उनके परिजनों पुत्र,पुत्री,पत्नी,रिश्तेदार व दर्जनों अनुयायियों ने आध्यात्मिक क्षेत्र को व्यवसाय बना लिया और कई स्थानों पर फर्जी आश्रम संतजी के नाम से खोले। संतजी को परिजनों,अनुयायियों ने बंधक बनाकर दौलतपुर,बरवाला कांड कराया और पांच महिलाओं,एक बच्चे को बेसमेंट के कमरे में बन्द करके मार डाला गया। परिजनों, अनुयायियों ने पुलिस पर भी पेट्रोल बम से हमला कर 111 पुलिस वालों को बुरी तरह से घायल कर दिया। इसकी जांच हुई उसमें 29 अभियुक्त बनाए गए जबकि 28 परिजन व अनुयाई जमानत कराकर वापस आ गए। केवल संत रामपालजी को आजीवन सजा दे दी गई,जो आज 11 वर्षों से हरियाणा की जेल में बंद हैं जबकि परिजन व अनुयाई उन्हें सजा कराकर आजाद घूम रहे हैं। इस मौके पर संत रामपालजी ट्रस्ट के कई पदाधिकारी जिनमें डा अजीत गंगवार,हरेन्द्र कुमार,हरीश कुमार मुजफ्फरपुर,बिन्द बहादुर,सोबरनदास प्रदेश अध्यक्ष,वैद्य अजय कुमार सादिकपुर,ईश्वरदयाल आदि मौजूद रहे। यह विज्ञप्ति वैद्य अजय कुमार ने जारी की।

Check Also

मिलावटखोरी रोकने के लिए एफएसडीए ने चलाया छापामारी अभियान,भरे नमूने

फर्रूखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उ0प्र0 लखनऊ के आदेश एवं जिलाधिकारी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *