बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी समेत 3 लोगों ने अपने-अपने नामांकन कराए। जबकि 1 नामांकन राष्ट्रीय क्रांति पार्टी व 1 निर्दलीय प्रत्याशी ने दाखिल किया। इसके अलावा कन्नौज संसदीय सीट के लिए 8 नामांकन पत्र खरीदे गए। जिसमें सपा की ओर से 4 लोगों ने नामांकन पत्र खरीदे। जिससे तरह-तरह के कयासों का दौर शुरू हो गया है।
भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान सांसद सुब्रत पाठक ने मंगलवार को पत्नी नेहा पाठक व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रिया शाक्य के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया हालांकि भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक की ओर से 25 अप्रैल को भी नामांकन किया जाएगा। उस दिन पार्टी धूम धड़ाके से नामांकन करेगी और इस आयोजन के साक्षी स्वयम डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या होंगे। उस दिन स्थानीय बोर्डिंग ग्राउंड पर एक विशाल जनसभा होगी।
आज अपना पर्चा दाखिल करके निकले सुब्रत ने सूत्र वाक्य के तौर पर महज इतना कहा यह चुनाव मोदी की सत्ता में वापसी के लिए उन्ही के नाम पर लड़ा जा रहा है और कोई मुद्दा है ही नही विपक्ष पहले ही मुद्दा विहीन हो चुका है इसलिए मोदी है तो ही मुमकिन है।
इसके अलावा राष्ट्रीय क्रांति पार्टी की प्रत्याशी ललित कुमारी ने भी प्रस्तावक और समर्थक के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच नामांकन पत्र दाखिल किया। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर यादवेंद्र किशोर ने अपना पर्चा दाखिल किया।
यहां एक दिन पहले बसपा प्रत्याशी इमरान बिन जफर और गरीब आदमी पार्टी प्रत्याशी श्रीकृष्ण भी अपना-अपना नामांकन करवा चुके हैं। इस तरह से कन्नौज लोकसभा सीट के लिए अब तक कुल 5 प्रत्याशी नामांकन करवा चुके है हालांकि अभी 24 व 25 अप्रैल को भी नामांकन होंगे।
सपा के 8 लोगों ने खरीदे 13 नामांकन पत्र
कन्नौज लोकसभा सीट के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री हो रही हैं। ऐसे में मंगलवार 8 लोगों ने कुल 13 नामांकन पत्रों की खरीदारी की। जिसमें सपा के 4 लोगों ने 7 सेट खरीदे। यहां सपा के यश कुमार दोहरे ने 2 नामांकन पत्र के 2 सेट लिए। सपा के रामखिलावन ने 1 सेट लिया। सपा के शकील अहमद ने 2 सेट लिए। सपा के जय कुमार तिवारी ने 2 सेट लिए।
इसके अलावा निर्दलीय के रूप में व्यासमुनि ने 1 सेट लिया। निर्दलीय जरार खां ने 1 सेट लिया। निर्दलीय इरफान अली में 1 सेट लिया और भारतीय किसान परिवर्तन पार्टी के नीरज कुमार ने 2 सेट खरीदे। यहां समाजवादी पार्टी की ओर से 4 लोगों द्वारा नामांकन पत्रों के 7 खरीदे जाने के बाद से सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है।