यूपी चुनाव में क्या अपर्णा यादव, अदिति सिंह, प्रियंका मौर्य लगाएंगी भाजपा की नैया पार ?

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव के आने से बीजेपी को निश्चित रूप से मिलेगी मजबूती


भाजपा ने महिला कार्ड चलकर कांग्रेस और सपा की निकाली काट

लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो)  यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 की चुनावी सरगर्मियां पूरी तरह तेज हो गई हैं। सभी अपने-अपने दल के पक्ष में चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रचार करते नजर आ रहे हैं। इस बीच भाजपा की ओर से महिला मोर्चा ने भी चुनावी कमान संभाल ली है। अपर्णा यादव से लेकर अदिति सिंह यूपी चुनावी प्रचार में कूद गई हैं। बीजेपी खेमे की ओर से कुछ और महिलाओं पर भरोसा जताया गया है। इस बार के चुनाव में नई महिला नेताओं ने कमान संभाल ली हैं। कांग्रेस ने इस चुनाव में भले ही महिलाओं को टिकट देकर उन्हें आगे लाने की बात कही हो, जबकि समाजवादी पार्टी अगड़ा बनाम पिछड़ा बनाने की कोशिश में जुट गई है, लेकिन इसकी काट भाजपा ने महिला कार्ड चलकर निकाली है। इसकी एक झलक रविवार को उस समय देखने को मिली जब भाजपा के लखनऊ कार्यालय पहुंचीं अपर्णा यादव ने बहू-बेटियों के भाजपा में ही सुरक्षित होने की बात कही, तो वहीं अदिति सिंह और प्रियंका मौर्य भी प्लेकार्ड लिए दिखाई दीं। महिला सुरक्षा का मुद्दा महिलाओं को ही आगे कर भाजपा उठा रही है और बार-बार सपा सरकार के दिनों की याद दिला रही है।
कांग्रेस ने प्रियंका मौर्य को ‘‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’’ कैंपेन की पोस्टर गर्ल बनाया था, लेकिन अब उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है। कभी प्रियंका गांधी की चहेती रही अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया। अब वह बीजेपी में आते ही प्रियंका गांधी को ललकारने लगी हैं। अदिति ने प्रियंका को रायबरेली में अपने सामने लड़ने तक को ललकारा है। जबकि हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव के आने से बीजेपी को निश्चित रूप से मजबूती मिलेगी। फिलहाल वह पार्टी में कदम रखते ही महिला सुरक्षा को लेकर जोऱदार प्रचारित कर रही है। अपर्णा ने बीजेपी के राष्ट्रवाद को ही अपना सपना बताया है। सपा के वोट बैंक में संेधमारी के लिए अपर्णा महत्वपूर्ण साबित होंगी। वहीं हाल ही में सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य भले ही प्रचार में नहीं उतरी हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें आने वाले समय में चुनावी मैदान में उतार सकती हैं। बाराबंकी की पूर्व सांसद और वर्तमान में यूपी बीजेपी की महामंत्री प्रियंका रावत जो उभरती बीजेपी नेता है जिसे हर मीटिंग और अहम अभियान में न केवल देखा जाता है बल्कि वह पार्टी के चुनावी प्लानिंग का भी हिस्सा हैं। वहीं दर्शना सिंह महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष हैं और पार्टी ने उनका कार्यकाल पूरा होने पर उनको राष्ट्रीय टीम में भेजा है। दर्शना में महिलाओं को एकजुट कर पार्टी के पक्ष में मोड़ने की क्षमता हैं और पार्टी उन पर भरोसा भी करती है। जबकि योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वाति सिंह का राजनीति में सफर बहुत पुराना नहीं है, लेकिन अब वह भी बीजेपी का नामी चेहरा बन चुकी हैं। सरकार बनने के बाद स्वाति सिंह को मंत्री भी बनाया गया और उनको चुनाव के लिए दौरे और प्रचार में मंच पर अहम चेहरे के तौर पर बीजेपी पेश करने लगी है।

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